BareillyLive : श्री हरि मन्दिर मॉडल टाउन बरेली में चल रहे 63वे श्री राधा अष्टमी वर्षिकोत्सव के द्वितीय दिवस पर भव्य कलश यात्रा निकाली गई, जिसमें 108 महिलाएं गोपी रूप धारण कर मंगल कलश धारण कर आगे चल रही थी। श्री हरी मन्दिर महिला मंडल ने बड़ चढ़ कर हिस्सा लिया। कलश यात्रा में श्री हरी मन्दिर संकीतन मंडल ने भजनों की रस धारा बहाई, भक्तो द्वारा जगह जगह फूलों द्वारा स्वागत किया गया व प्रसाद वितरीत किया गया। पठानकोट से पधारे कथा व्यास अतुल कृष्ण शास्त्री जी ने सभी भक्तो को दर्शन दिए उनके साथ श्रीमद्भागवत जी को सिर पर धारण कर कथा के मुख्य यजमान अंकित कुमार, अनुज अग्रवाल चल रहे थे। कलश यात्रा की समाप्ति पर पंडित आचार्य सुनील शास्त्री जी द्वारा विधि व्रत पूजन किया गया उसके उपरांत कथा का शुभाराम हुआ। कथा व्यास भगवत भूषण अतुल कृष्ण शास्त्री जी ने बताया कि वर्तमान और भविष्य दोनो में श्री भागवत कथा श्रवण करने से शान्ति मिलती है, कलयुग में उठते बैठते, चलते फिरते श्री भागवत जी का मन ही मन सिमरन करते रहना चाहिए। सतयुग, त्रापर, त्रेता युग में भी कठिन भक्ति करने के उपरांत भी कठिन मुक्ति होती है, लेकिन कलयुग में केवल स्मरण मात्र से ही मुक्ति के द्वार खुल जाते है। मौत का भय नष्ट हो जाता है, श्रीमद्भागवत सर्वश्रेष्ठ ग्रंथ है। क्योंकि यह सबसे सरल और कलयुग में मानव का कल्याणकारी ग्रंथ है। प्रात काल उठ कर श्री मंगलाचरण कर के भगवान का नाम लेने से दिनचर्या सुगम व सुखद रहती है। आज के कार्यकम में मंदिर अध्यक्ष सतीश खट्टर, सुशील हरमिलापी, सचिव रवि छाबड़ा, संजय आनंद, अश्वनी ओबेराय, गोविन्द तनेजा, योगेश ग्रोवर, अनिल चढ़ा, रंजन कुमार, विनोद भाटिया, जतिन दुआ, कुल संजीव राय, दीपक साहनी, मनोज लुनियाल, संजय गोयल, सचिन सेठी, मनोज लुनियाल, अतुल कपूर, डॉ विनोद पागरानी तथा महिला मंडल अध्यक्ष श्रीमती रेनू छाबड़ा, कंचन अरोरा, नेहा आनंद, नीलम साहनी, नीलम लुनियाल, ममता, सीमा तनेजा, मीरा, परवेश कोचर, निशा, सोनिका, अलका, विमल सोंधी आदि का विशेष सहयोग रहा।