रामपुर। वक्त-वक्त का फेर है। कभी उत्तर प्रदेश की सपा सरकारों में बेहद ताकतवर कैबिनेट मंत्री रहे आजम खान, जिनकी इजाजत के बगैर रामपुर में पत्ता तक नहीं खड़कता था, के लिए अब हर दिन नई मुश्किल लेकर आ रहा है। जौहर विश्वविद्यालय के लिए जबरन जमीन हथियाने समेत कई मामलों में मुकदमा दर्ज होने के बाद अब उन पर प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) की जांच की तलवार भी लटक गई है। आजम खान और जौहर ट्रस्ट से जुड़ी हुई बेनामी संपत्ति की शिकायत की जांच अब प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) करेगा। भाजपा नेता आकाश सक्सेना की ओर से केंद्रीय गृह सचिव को इसकी शिकायत सौंपी गई थी। गृह मंत्रालय ने अब पूरे मामले को ईडी को सौंप दिया है।
सपा सांसद आजम खान पिछले कुछ दिनों से सुर्खियों में हैं। उनके खिलाफ जौहर विश्वविद्यालय के नाम पर किसानों की जमीन हड़पने के कई केस दर्ज हैं। इसके अलावा यतीमखाना प्रकरण से जुड़े कई मामलों में भी उनके खिलाफ कोतवाली में एफआईआर दर्ज हो चुकी है। उनके खिलाफ दर्ज मुकदमों में किताबों और मूर्तियों की चोरी से लेकर भैंस और बकरी चोरी तक के मुकदमे शामिल हैं।