अमेठी। खुद राजनीति में आने के प्रति अनिच्छा जाहिर करने वाली कांग्रेस की स्टार प्रचारक प्रियंका वाड्रा के बेटे रेहान ने परोक्ष रूप से सियासत का ककहरा सीखना शुरू कर दिया है। नेहरू-गांधी परिवार की तरण पीढ़ी के इस चश्मोचिराग ने हाल में अपने बेहद गोपनीय दौरे पर अमेठी और रायबरेली में ग्रामीण जीवन के रहन-सहन और दुश्वारियों को करीब से देखा।
रेहान ने अपने मामा कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी के नक्शेकदम पर चलते हुए गांवों का रख किया और अमेठी के गौरीगंज के पाण्डेय का पुरवा गांव में स्वयं सहायता समूह से जुड़े लोगों को साथ समय बिताया तथा गांव-गरीब की बातें समझने की कोशिश की। इस दौरान उनके साथ उनके दो मित्र भी थे। हालांकि रेहान के इस दौरे के बारे में ना तो प्रशासन और ना ही कांग्रेस का कोई पदाधिकारी कुछ भी बताने को तैयार है।
राजीव गांधी महिला विकास परियोजना के तहत बनाया स्वयं सहायता समूह की सदस्य सीमा पाण्डेय ने बताया कि रेहान उनकी मां प्रभावती तथा पिता रामकृपाल के पास बैठे थे। प्रभावती ने सिर्फ यह बताया कि रेहान अपने दोस्तों से अंग्रेजी में बात करके हंस रहे थे और उनकी बातें ग्रामीणों की समझ में नहीं आ रही थीं।
पहले भी अपनी मां प्रियंका, मामा राहुल और नानी सोनिया गांधी की उंगली पकड़कर नेहरू-गांधी परिवार के गढ़ अमेठी और रायबरेली आ चुके रेहान का यह दौरा भविष्य में उन्हें सियासत की दुनिया में दाखिल कराने की योजना के तौर पर भी देखा जा रहा है।