भमोरा (बरेली)। शोहदों से त्रस्त युवती के आत्महत्या करने के 24 घण्टों के भीतर ही पुलिस ने दोनों आरोपियों और उनके दो सहयोगियों को पकड़कर जेल भेज दिया। गांव में चर्चा है कि अगर इतनी तत्परता पुलिस ने पहले ही दिखायी होती आज लड़की जिन्दा होती।
बता दें कि एक सप्ताह पूर्व 11 सितम्बर को इन शोहदों ने भमोरा क्षेत्र के एक गांव की निवासी लड़की से खेत पर छेड़छाड़ की। उसके साथ जबर्दस्ती की कोशिश की, विरोध पर मारपीट भी की। लड़की शोर मचाने पर धमकी देते हुए भाग गये। इसके बाद लड़की ने घर पहुंचकर घटना बतायी तो पिता तत्काल ही रिपोर्ट दर्ज कराने थाने पहुंचे। लेकिन पुलिस ने टरका दिया। अगले दिन 12 सितम्बर को महिला हेल्पलाइन पर शिकायत के बाद बरेली से गये प्रतिनिधि अगले दिन लड़की को साथ लेकर थाने पहुंचे।
आरोप है कि वहां मौजूद मुंशी ने लड़की के पिता लोचन सिंह से तहरीर बदलकर मारपीट की रिपोर्ट दर्ज कराने का दबाव बनाया। फिर भी लड़की नहीं झुकी तो अगले दिन मामले की रिपोर्ट दर्ज की, किन्तु कार्रवाई फिर भी नहीं की। न तो आरोपियों को पकड़ा और न ही लड़की के मजिस्ट्रेट के समक्ष बयान ही दर्ज कराये। दो दिन पूर्व मेडिकल कराया था।
इस बीच आरोपी खुलेआम घूमकर लड़की को फब्तियां कसते रहे। त्रस्त होकर लड़की ने सोमवार को फांसी लगाकर जान देदी।
लड़की के पिता लोचन सिंह ने आरोप लगाया कि पीड़ित की सहायत के स्थान पर पुलिस आरोपियों को बचाते हुए हम पर ही दबाव बनाती रही। अपराधियों पर कार्रवाई की नहीं और लड़की के मेडिकल कराने के नाम पर हमें लगातार परेशान करते रहे। परेशान होकर 16 सितम्बर को जब लड़की ने दुपटटे से फंदा लगाकर फांसी लगाकर जान देदी। तब सूचना के ढाई घंटे के बाद पहुंची भमोरा पुलिस के साथ सीओ आंवला ने शव को पीएम को भेजा।
इसके बाद कार्रवाई करते हुए पहले गांव निवासी सगे भाई रमेश राजपूत पुत्र खूबचंद और अशोक बीडीसी सदस्य को गिरफ्तार कर लिया। ग्रामीणों ने बताया रमेश व अशोक के पिता पुलिस में एसआई हैं, जो वर्तमान में हरदोई में तैनात हैं। वहीं धीर सिंह पुत्र शिव चरन व दुर्वेश पुत्र गंगाराम को भमोरा पुलिस ने देवचरा चौराहे से कहीं जाने की फिराक में खड़े होने की सूचना पर गिरफ्तार किया। इन चारों को जेल भेज दिया गया। आज दोपहर बाद बेटी का शव पीएम के बाद गांव पंहुचा तो पूरा गांव गम में डूब गया।
इस मामले में आला अफसरों ने लापरवाही के चलते चौकी सरदार नगर इंचार्ज बलबीर सिंह व तहरीर बदलबाने बाले मुंशी संदीप को लाईन हाजिर किया है।