Lok Sabha election results live: 2024 के लोकसभा चुनाव नतीजों की बात करें तो टॉप-10 VIP सीटों पर सबकी निगाहें टिकी हैं. इन हॉट सीट और उन पर खड़े उम्मीदवारों में पहला नाम है देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का बाकी की सभी सीटों पर भी कांटे का मुकाबला है. केंद्र सरकार की सत्ता का रास्ता यूपी से जाता है. ऐसे में राहुल गांधी, अखिलेश यादव, अरुण गोविल, स्मृति ईरानी के अलावा कंगना रनौत, माधवी लता, असदुद्दीन ओवैसी, अधीर रंजन चौधरी, युसुफ पठान, मीसा भारती की सीट के नतीजों पर सबकी नजर रहेगी. इन सभी सीटों का नतीजा आपको बताएंगे यहां तस्वीरों के जरिए.

वाराणसी लोकसभा (Uttar Pradesh Exit Poll) सीट से खुद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी लगातार तीसरी बार चुनावी मैदान में उतरे हैं. 9 बजे तक आए रुझानों में पीएम मोदी 6 हजार 300 वोटों से पीछे और अजय राय आगे रहे. BSP ने अथर जमाल को प्रत्याशी बनाया है.

अमेठी से केंद्रीय मंत्री और बीजेपी प्रत्याशी स्मृति ईरानी (Smriti Irani) मैदान में हैं. उनके सामने कांग्रेस के किशोरी लाल शर्मा (KL Sharma) ताल ठोंक रहे हैं.  2019 के चुनाव में स्मृति ईरानी ने अमेठी से राहुल गांधी को हरा दिया था. शुरुआती रुझानों में स्मृति ईरानी आगे चल रही हैं.

मेरठ लोकसभा सीट पर बीजेपी के अरुण गोविल चुनाव लड़ रहे हैं. अरुण गोविल रामायण में भगवान राम के पात्र का किरदार निभा चुके हैं. इस सीट पर कांटे की टक्कर बताई जा रही है. 

कांग्रेस नेता राहुल गांधी केरल की वायनाड सीट के साथ-साथ उत्तर प्रदेश की रायबरेली सीट से भी अपनी किस्मत आजमा रहे हैं. शुरुआती रुझानों में राहुल गांधी दोनों सीटों से आगे चल रहे हैं. रायबरेली सीट से बीजेपी के दिनेश प्रताप सिंह मैदान में हैं. वायनाड की बात करें तो यहां कांग्रेस के राहुल गांधी और बीजेपी के के.सुरेंद्रन और CPI की एनी राजा के बीच मुकाबला है. एग्जिट पोल के मुताबिक वायनाड सीट पर राहुल गांधी चुनाव जीत सकते हैं.

कन्नौज सीट पर अखिलेश यादव जैसे बड़े नेता के चुनावी मैदान में होने से मुकाबला दिलचस्प हो गया है. 2019 में यहां से अखिलेश की पत्नी डिंपल यादव मैदान में थीं. मुकाबला इतना दिलचस्प रहा कि सपा का गढ़ माने जाने वाली सीट पर डिंपल को हार मिली और भाजपा के सुब्रत पाठक जीते थे. बीएसपी ने इमरान बिन जफर को टिकट दिया था. एग्जिट पोल की माने तो कन्नौज में SP और BJP के बीच कांटे का मुकाबला है. यहां से कोई भी जीत सकता है. यानी ये सीट किसी के भी पाले में जा सकती है.

हैदराबाद AIMIM का गढ़ माना जाता है, यहां शुरुआती रुझानों में माधवी लता पीछे हैं और ओवैसी आगे हैं. ये सीट 1984 से ओवैसी परिवार का गढ़ रही है. असदुद्दीन ओवैसी के पिता सुल्तान सलाहुद्दीन पहली बार इस सीट से 1984 में लोकसभा का चुनाव जीते थे. वह 20 साल तक इस सीट से सांसद रहे. इसके बाद इस सीट का नेतृत्व असदुद्दीन ओवैसी कर रहे हैं, जिनको इस लोकसभा चुनाव में माधवी लता टक्कर दे रही हैं. माधवी लता ने आज सुबह ज़ी न्यूज़ से एक्सक्लूसिव बातचीत में अपनी जीत का दावा करते हुए कहा कि उन्होंने इस बार हैदराबाद में अन्याय का पर्दाफाश किया है. 

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