बरेली @BareillyLive. शिशुओं का सर्वांगीण विकास खेलयुक्त संस्कारमय शिक्षा से ही होगा। यह बात बरेली के नेकपुर स्थित कुंवर बृजमोहन लाल सरस्वती विद्या मंदिर इंटर कॉलेज में शिशु शिक्षा समिति ब्रज प्रदेश के सह प्रदेश निरीक्षक हरवीर सिंह चाहर ने कही। वह यहां चल रहे सात दिवसीय नवीन आचार्य एवं शिशु वाटिका वर्ग में प्रशिक्षणार्थियों को संबोधित कर रहे थे।
नई शिक्षा नीति 2020 पर प्रकाश डालते हुए श्री चाहर ने कहा कि आने वाला समय चुनौतीपूर्ण होगा। शिक्षकों की जिम्मेदारी दिन-प्रतिदिन बढ़ती जाएगी। आने वाली नई पीढ़ी विशेष ज्ञान से परिपूर्ण होगी जिसमें बालक बाल्यकाल से अनेकों अनेक नई विधाओं से पूर्ण होगा। शिक्षकों की जिम्मेदारी है उन विधाओं को किस प्रकार से पोषित करेंगे इसके लिए नई शिक्षा नीति 2020 में अनेकों अनेक प्रावधान किए गए हैं। खेल-खेल में शिक्षा, संस्कारमय शिक्षा विद्यार्थियों को महत्वपूर्ण सिद्ध होगी।
इससे पूर्व करते हुए सत्र का शुभारम्भ शिशु शिक्षा समिति ब्रज प्रदेश के सह प्रदेश निरीक्षक हरवीर सिंह चाहर ने मां सरस्वती के चित्र के समक्ष दीप प्रज्ज्वलन एवं पुष्पार्चन कर किया।
शिशु वाटिका प्रांत संयोजक राम किशोर श्रीवास्तव ने भी शिशु वाटिका के 16 आयामों पर प्रकाश डाला। जिस प्रकार 16 संस्कार मनुष्य के जीवन में आवश्यक होते हैं ठीक उसी प्रकार शिशु वाटिका के 16 आयाम शिशुओं के जीवन को बदलने के लिए महत्वपूर्ण कारक सिद्ध होंगे।
कार्यक्रम में मुख्य अतिथि सरनाम सिंह अध्यक्ष जन शिक्षा समिति रहे। प्रधानाचार्य ओमकार सिंह गंगवार ने बरेली जिला निरीक्षक शांतिपाल, संभाग निरीक्षक सुनील कुमार सिंह, सुरेंद्र कुमार गोला एवं राजहंस शर्मा सहित सभी अतिथियों का पटका पहनकर एवं स्मृति चिन्ह देकर सम्मानित किया। प्रशिक्षण वर्ग के मीडिया प्रभारी राजेश कुमार शर्मा आचार्य मीरा चौकी बदायूं ने बताया कि प्रशिक्षण वर्ग में 154 प्रशिक्षणार्थी उपस्थित रहे।