Bareillylive : एस एस वी पब्लिक स्कूल सुरेश शर्मा नगर बरेली में *जन्माष्टमी महोत्सव* का आयोजन बड़े ही धूमधाम के साथ किया गया। जिसमें नन्हे मुन्ने बच्चें राधा कृष्ण जी की भेषभूषा के परिधान धारण किए हुए थे। बच्चों ने राधाकृष्ण जी के एकल और समूह नृत्य प्रस्तुत किए जिसने आज विद्यालय प्रांगण को गोकुल जैसा स्वरूप दे दिया। विद्यालय अध्यक्ष अंजलि शर्मा ने कहा कि भगवान कृष्ण सादगी के प्रतीक थे और सारथी के रूप में उनकी भूमिका इसका प्रमाण है। इससे हम यही सीखते हैं कि हमें हमेशा विनम्र और उदार रहना चाहिए। इसलिए अपने जीवन में हमेशा विनम्र बने रहें। यह आपको ईमानदार लोगों के साथ सच्चे रिश्ते बनाने में मदद करता है।
प्रबंधक साकेत सुधांशु शर्मा ने कहा कि भगवान श्रीकृष्ण के चरित्र से सीख मिलती है कि जीवन में कभी अभिमान नहीं करना चाहिए। श्रीकृष्ण ने जब गोवर्धन पर्वत उठाया और मां ने पूछा तुमने अकेले कैसे इतना भारी पर्वत उठा लिया। तब श्रीकृष्ण ने कहां नहीं मां सब ग्वाल-बाल ने मिलकर उठाया था। गोकुल के माखन का ही कमाल है जो उसे खाकर इतने शक्तिशाली बने और सबने मिलकर गोवर्धन पर्वत उठा लिया। कार्यक्रम में कोमल मलिक, विनीता सिंह, नेहा शर्मा, कोमल सक्सेना, प्रदीप्ति गंगवार आदि ने सहयोग किया ।
*विश्व शांति मंदिर* सुरेश शर्मा नगर में *श्री कृष्ण प्राकट्य कथा एवं भजन संध्या* का आयोजन किया गया। पूजन पंडित राकेश शंखधार ने प्रेम सुरेश फाउंडेशन अध्यक्ष साकेत सुधांशु शर्मा व अंजलि शर्मा से विधिवत प्रारंभ करवाया। सुप्रसिद्ध भागवत कथा रसिक पंडित केसरीनंदन कौशिक जी ने बताया कि पुराणों में मान्यता है कि भगवान कृष्ण का जन्म 3112 ईसा पूर्व में हुआ था, उन का जन्म मथुरा में हुआ था, लेकिन उनका बचपन गोकुल, वृंदावन, नंदगांव, बरसाना और द्वारिका आदि जगहों पर बीता था कहा जाता है कि महाभारत युद्ध के बाद भगवान श्रीकृष्ण ने 36 वर्षों तक द्वारिका पर राज किया, इसके बाद उन्होंने अपनी देह त्याग दी।
साकेत सुधांशु शर्मा ने कहा कि ऐसा माना जाता है कि सृष्टि के पालनहार श्री हरि विष्णु ने धर्म की रक्षा के लिए श्रीकृष्ण के रूप में आठवां अवतार लिया था, अतः अमीर-गरीब सभी लोगों को यथाशक्ति-यथासंभव योगेश्वर कृष्ण का जन्मोत्सव मानना चाहिए इस अवसर पर बी डी शर्मा, राजेंद्र सिंह, एस पी पांडेय, अशोक सक्सेना, मुनीश कुमार, राकेश कुमार, एम के त्रिपाठी, सतीश चन्द्र गुप्ता, एम सी शर्मा आदि गणमान्य लोग उपस्थित रहे ।