Bareillylive : श्री हरि मंदिर मॉडल टाउन बरेली में चल रहे 64 वे विराट भक्ति ज्ञान वार्षिक श्रीराधाअष्टमी महोत्सव के अंर्तगत पठानकोट से पधारे परम पूज्य भागवत भूषण श्री अतुल कृष्ण महराज जी ने कथा के तीसरे दिन अपने उद्गगार व्यक्त करते हुए कहा कि भगवान के नाम से ही जीवन की दिव्यता और परम सार्थकता है, तन से जगत व्यवहार और मन से श्री हरि समरन ही जीव मात्र के कल्याण का सहज साधन है। महाराज जी ने कहा कि मनोबल की द्राणता से परमावल प्राप्त होता है और भगवान सहायक बनते है, यही कारण है की श्री ध्रुव की महाराज ने 5 वर्ष की अल्प आयु में हट पूर्वक भगवान का साक्षात्कार प्राप्त किया।
महाराज जी ने अति सुन्दर भजनों से भी भाव विभोर कर दिया । “प्रभु प्यारे से जिसका संबंध है उसे हर घड़ी आनंद ही आनंद है” जब जब कलयुग आता है मानुष की बुद्धि आसुरी हो जाती है, प्रत्येक स्त्री पुरष को सद्बुद्धि हेतु सत्संग अति आवश्यक है, यदि समाज से भ्रष्टाचार, अनाचार मिटाना हो तो अपने बेटा बेटी को उच्च शिक्षा के साथ सद्बुद्धि बनने का प्रयास करे। जब तक हर घर में राम जैसा पुत्र और सीता जैसी पुत्री नही होगी तक तक अच्छे समाज की कल्पना स्वपन है। कथा के अंत में श्री हरि मंदिर समिति सचिव रवि छाबड़ा ने बताया की 03 सितंबर तक प्रत्येक दिन श्रीमद् भागवत कथा शाम 6:00 बजे से रात्रि 10:00 बजे तक होगी, समय पर पहुंच कर अमृतमय श्रीमद भागवत कथा श्रवण कर अपने जीवन को धन्य बनाए।
परम पूज्य भागवत भूषण श्री अतुल कृष्ण महराज जी ने कथा के चौथे दिन श्रद्धालुओं के समक्ष अपने उद्गगागर व्यक्त करते हुए कहा कि धर्म की रक्षा और अधर्म के विनाश हेतु एवं मानव मात्र का परम कल्याण करने हेतु परमात्मा स्वयं संसार में मनुष्य रूप धारण कर अवत्ररित होते है। आज के कार्यक्रम में मंदिर कमेटी के अध्यक्ष सतीश खट्टर, उपाध्यक्ष सुशील अरोड़ा, सचिव रवि छाबड़ा, संजय आनंद, गोविंद तनेजा, अतुल कपूर, विपिन पाहवा, राजेश अरोरा, जितिन दुआ, रंजन कुमार, विनोद भाटिया, हरीश लुनियाल, पंकज एवं महिला मंडल समिति अध्यक्ष श्रीमती रेनू छाबड़ा, कंचन अरोड़ा, नेहा आनंद, नीलम लुनियाल, ममता ओबेरॉय, सीमा तनेजा, निशा, विमल सोंधी, अलका छाबड़ा आदि ने भागवत जी की आरती उतारी।