Bareillylive : श्री राममूर्ति स्मारक कालेज ऑफ इंजीनियरिंग एण्ड टेक्नोलाॅजी बरेली में पंजाब केंद्रीय विश्वविद्यालय, बठिंडा, श्री राम मूर्ति स्मारक कालेज ऑफ इंजीनियरिंग एण्ड टेक्नोलाॅजी, बरेली एवं पांडिचेरी विश्वविद्यालय, पुडुचेरी द्वारा संयुक्त रूप से आयोजित दो दिवसीय अन्तर्राष्ट्रीय संगोष्ठी ‘‘विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी में गणित और इसके अनुप्रयोग (आईसीएमएएसटी- 2024)’’ के दूसरे दिन 12 तकनीकी सत्रों का आयोजन किया गया जिसमे राष्ट्रीय एवं अन्तरराष्ट्रीय विशेषज्ञों द्वारा 6 तकनीकी वक्तव्यों के साथ गणित और इसके अनुप्रयोगों पर केंद्रित 71 शोध पत्र पढ़े गये। जिसमें प्रमुख वक्ता प्रो0 ऑस्कर कैस्टिलो, डाॅ0 किशोर डी0 कुच्चे, प्रो0 विजय गुप्ता, डाॅ0 जगदीश प्रसाद मौर्य, प्रो0 मारिया स्कोपिना एवं प्रो0 आरके शर्मा आदि रहें।
संगोष्ठी के समापन समारोह के प्रथम चरण में संगोष्ठी के आयोजन सचिव डाॅ0 टी0 असीर, द्वारा संगोष्ठी की संक्षिप्त रिर्पोट प्रस्तुत की गयी तत्पश्चात समापन समारोह की मुख्य अतिथि प्रो0 राजेश्वरी शेषाद्रि डीन, पांडिचेरी विश्वविद्यालय, पुडुचेरी ने अपने वक्तव्य में आयोजन की सराहना करते हुये संगोष्ठी में प्रतिभाग करने वाले शोधार्थियों द्वारा गणित में किये गये शोध कार्यों की प्रसंशा की। एनएसयूटी नई दिल्ली के प्रो0 विजय गुप्ता ने भी अपने वक्तव्य में विज्ञान एवं प्रोद्यौगिकी में गणित के योगदान पर जोर देते हुये तकनीकी के छात्र/छात्राओं को अपने इनोवेशन एवं शोध में गणित को आधार बनाने के लिये प्रेरित किया।
पांडिचेरी विश्वविद्यालय, पुडुचेरी के रजिस्ट्रार प्रो0 राजनीश भूटानी द्वारा भी संगोष्ठी के विषय के महत्व पर प्रकाश डाला। संगोष्ठी के समापन समारोह में एसआरएमएस ट्रस्ट के सचिव श्री आदित्य मूर्ति जी द्वारा सभी प्रतिभागियों द्वारा प्रस्तुत किये गये उनके शोध कार्यों की सराहना करते हुये विज्ञान एवं प्रोद्यौगिकी में नित्य नये बदलावों में गणित के योगदान पर चर्चा करते हुये इस तरह के आयोजन को महत्वपूर्ण बताया। उन्होने आयोजन समिति को इस तरह के आयोजन के लिये प्रोत्साहित किया।
समापन समारोह के अन्तिम चरण में संगोष्ठी में सम्मिलित शोध पत्रों में से 18 श्रेष्ठ शोध पत्रों को पुरस्कृत किया गया। तत्पश्चात संगोष्ठी के आयोजन सचिव डाॅ0 के0के0 गुप्ता द्वारा संगोष्ठी में आये हुये सभी अंगगुत्को एवं प्रतिभागियों को धन्यवाद दिया। इस संगोष्ठी के आयोजन में श्री राम मूर्ति स्मारक कालेज आफ इंजीनियरिंग एण्ड टेक्नोलाॅजी, बरेली के डाॅ0 प्रभाकर गुप्ता, डाॅ0 कमलेन्द्र कुमार, केन्द्रीय विश्वविद्यालय, पंजाब बाठिंडा के डाॅ0 दीप सिंह, पांडिचेरी विश्वविद्यालय, पुडुचेरी के डाॅ0 पंकज शर्मा का विशेष योगदान रहा।