बरेली। उत्तर प्रदेश की योगी आदित्नाथ कैबिनेट से बरेली का पत्ता साफ होने के बाद बरेली के हकीकत में स्मार्ट सिटी बनने का इंतजार कर रहे लोगों को अब जिले के प्रभारी मंत्री श्रीकांत शर्मा से ही उम्मीद है। बरेली के नए-नए प्रभारी मंत्री बने श्रीकांत शर्मा भी फिलहाल तेजी के मूड में लग रहे हैं। महानगर के विभिन्न विभागों का दौरा करने व बैठक लेने के बाद लखनऊ पहुंचते ही उन्होंने जिलाधिकारी को ऐसे सभी बड़े कामों की सूची तैयार करने को कहा है जो किसी न किसी कारण से अटके हैं। रिपोर्ट में व्यवधान का कारण भी बताना होगा। प्रभारी मंत्री ने कहा कि महानगर समेत जिले के सभी विकास कार्यों को गति मिलेगी।

विकास भवन में संवाददाता सम्मेलन के दौरान पत्रकारों ने प्रभारी मंत्री को बरेली जिले के अधूरे प्रोजेक्ट के बारे में बताया था। सैटेलाइट, चौपला, लालफाटक, नकटिया और इज्जतनगर में पुलों के निर्माण में लगे रहे अड़ंगों और कुछ अधिकारियों के लापरवाहीपूर्ण रवैये को भी उठाया था। इसके अलावा सिविल एनक्लेव, फोनलेन सड़कों आदि के मामले भी उठे थे। इस पर प्रभारी मंत्री ने इस मामले में जिलाधिकारी और मुख्य विकास अधिकारी से अलग से बात की। उसके बाद निर्देश दिए कि बड़े प्रोजेक्ट की अलग से सूची तैयार करा लें। इसमें इस बात का भी जिक्र किया जाए कि कौन सा काम किस वजह से अटका हुआ है? साथ ही समाधान भी सुझाया जाए। अब प्रशासन अगली बैठक में प्रभारी मंत्री के सामने अटके पड़े बड़े प्रोजेक्ट की सूची रखने की तैयारी में जुट गया है।

इन प्रोजेक्ट की मांगी सूची

लाल फाटक, चौपुला, सेटेलाइट और नकटिया पुल, सिविल एन्क्लेव, मेगा फूड पार्क, आइटी पार्क, सॉलिड वेस्ट, स्मार्ट सिटी से जुड़े  कार्य।

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