लखनऊ। कानून की छात्रा के यौन शोषण के आरोप में 14 दिन की न्‍यायिक हिरासत में भेजे गए पूर्व केंद्रीय गृह राज्यमंत्री स्वामी चिन्मयानंद का स्वास्थ्य सोमवार को अचानक बिगड़ गया। इस पर उन्हें शाहजहांपुर से यहां लाकर एसजीपीजीआई में भर्ती कराया गया। इसके साथ ही विशेष जांच दल (एसआईटी) ने स्‍वामी चिन्‍मयानंद मामले की स्टेटस रिपोर्ट और केस डायरी पेश इलाहाबाद हाईकोर्ट में पेश कर दी है। एसआईटी की ओर से कुल तीन सीलबंद लिफाफों में यह स्टेटस रिपोर्ट पेश की गई है। साथ ही सबूत के तौर पर पेन ड्राइव, सीडी व अन्य डाक्यूमेंट भी कोर्ट में पेश किए हैं।

मामले की सुनवाई न्यायमूर्ति मनोज मिश्र और न्यायमीर्ति मंजूरानी चौहान की डिवीजन बेंच में हुई। गौरतलब है कि इस मामले में शाहजहापुर के चौक कोतवाली में दर्ज दो मुकदमों की जांच एसआईटी कर रही है। छात्रा से दुराचार के आरोप में चिन्मयानंद जेल में हैं।

इसी प्रकरण में पीड़िता ने गिरफ्तारी पर रोक लगाने और कोर्ट में दर्ज बयान को फिर से दर्ज कराने की मांग करते हुए हाईकोर्ट में अर्जी दाखिल की। इस पर कोर्ट ने कहा कि अर्जी सुनने का अधिकार उसे नहीं है, पीड़िता को याचिका उचित कोर्ट में दाखिल करना चाहिए। इसके अलावा कोर्ट ने 164 के बयान फिर से कराने पर कोई आदेश नहीं दिया। कोर्ट ने कहा ऐसा आधार नहीं है।

एसआईटी ने इस बहुचर्चित प्रकरण में स्वामी चिन्मयानन्द से रंगदारी मांगने वाले तीन युवकों के अलावा छात्रा को भी आरोपी बनाया है। गिरफ्तार युवक में एक छात्रा का रिश्ते का भाई और दो उसके दोस्त बताए जा रहे हैं। तीनों ने एसआईटी के सामने रंगदारी मांगने की बात भी कबूल कर ली है। तीनों युवकों को एसआईटी पहले ही अदालत के आदेश पर जेल भेज चुकी है।  

 

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