Bareillylive : केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमन का आठवाँ बजट भगवान कृष्ण की तरह कल्याणकारी एवं सभी को राहत देने वाला है। रुहेलखंड मैनेजमेंट एसोसिएशन की बजट पर परिचर्चा में राजन विद्यार्थी ने मुख्य वक्ता के रूप में बोलते हुए कहा कि यह केंद्रीय बजट विकसित भारत के लक्ष्य की तरफ़ अग्रसर अर्थव्यवस्था को राह दिखाने वाला तथा भारत को मज़बूत भारत बनाने वाला बजट है। वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण द्वारा संसद में प्रस्तुत इस बजट में अर्थव्यवस्था में जान फूंकने के लिए खेती, एम एस एम ई, निवेश और निर्यात के चार इंजन लगाए गये हैं, जिससे अर्थव्यवस्था को बल मिलेगा।

आयकर में 12 लाख तक की आय पर कोई कर नहीं लगने तथा नई टैक्स में स्लैब दरों में परिवर्तन से हर व्यक्ति की जेब में रूपया आएगा जिससे उसकी क्रय शक्ति बढ़ेगी।

खेती में 100 पिछड़े ज़िलों के लिये धन धान्य योजना, खेती में ही अग्रणी 100 ज़िलों के लिये ग्रामीण इंफ्रास्ट्रक्चर योजना, अधिक उत्पादकता वाले बीजों की योजना, किसान क्रेडिट कार्ड की सीमा बढ़ाना, दालों के उत्पादन में आत्मनिर्भरता लाना महत्वपूर्ण कदम है। एम एस एम ई की परिभाषा में निवेश तथा टर्नओवर की सीमा बढ़ाने से छोटी इकाइयों को बहुत लाभ मिलेगा। आधारभूत संरचना, नवोन्मेषी अनुसंधान, रोज़गारों का सृजन, निर्यात को प्रोत्साहन इस बजट के उल्लेखनीय बिंदु हैं। अर्बन चैलेंज फंड्स से शहरों का विकास ग्रोथ हब के रूप में होगा। दो मकानों पर निजी प्रयोग के आवास की छूट में संशोधन से हाउसिंग सेक्टर को बहुत बल मिलेगा।

इस अवसर पर शरद मिश्रा ने बजट के खट्टे मीठे पक्ष को रखा। कपिल वैश्य ने टैक्स के दरों में मिली छूट को विस्तार से बताया। मोहित टंडन ने बजट के दोनों पक्षों को समझाया।

आर एम ए के अध्यक्ष डॉ मनीष शर्मा ने सरकार की कुछ गलत नीतियों पर प्रकाश डाला। कदीर अहमद, नीरज सक्सेना, के बी अग्रवाल, प्रदीप मदवार, राजेश गुप्ता, राजीव सिंघल आदि उपस्थित रहे। सी एस अंकित अग्रवाल ने संचालन किया।

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