Bareillylive : श्रीराम मूर्ति स्मारक कॉलेज ऑफ इंजीनियरिंग एंड टेक्नोलॉजी में श्रीराम मूर्ति स्मारक ट्रस्ट के प्रेरणास्रोत स्वर्गीय श्रीराम मूर्ति जी की 115वें जन्म दिवस 08 फरवरी 2025 पर चौबीसवां दीक्षांत समारोह आयोजित हुआ। इसमें श्रीराम मूर्ति स्मारक कॉलेज ऑफ इंजीनियरिंग एण्ड टेक्नोलॉजी एवं श्रीराम मूर्ति स्मारक कॉलेज ऑफ इंजीनियरिंग, टेक्नोलॉजी एंड रिसर्च के बीटेक, बीफार्मा, एमबीए, एमसीए के सत्र 2023- 2024 में उत्तीर्ण 247 छात्र/छात्रों को उपाधियां, प्रशस्ति पत्र एवं पदक वितरित किए गए। इसके साथ ही एसआरएमएस ट्रस्ट के संस्थानों के संचालित सभी कोर्स में पढ़ने वाले एक विद्यार्थी की फीस मांफी योजना के तहत विद्यार्थियों को चेक वितरित किए गए। जिसके तहत एमबीबीएस से लेकर नर्सिंग तक के 8 विद्यार्थियों को फीस मांफी के 11 लाख 33 हजार वितरित किए गए। इसके साथ ही सीईटी और सीईटीआर में बी.टेक (2020-2024 बैच) में सर्वाधिक अंक हासिल करने के लिए क्रमशः प्रियांक गुप्ता और दीक्षा पटेल को ‘श्रीराम मूर्ति गोल्ड मैडल’’ के साथ 51,000 रुपये का नकद पुरस्कार प्रदान किया गया।
इसके साथ ही खेलों में सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन करने के लिए सीईटी की काजल पांडेय और सीईटीआर की अर्चना मिश्रा को ट्रॉफी के साथ ‘विशेष पुरस्कार’ प्रदान किया गया। दीक्षांत समारोह में डा.एपीजे अब्दुल कलाम तकनीकी विवि के कुलपति प्रोफेसर (डा.) जय प्रकाश पाण्डेय ने विद्यार्थियों को भविष्य में सफलता के लिए आशीर्वाद दिया और इसके लिए अपना विजन और मिशन खुद बनाने की सलाह दी। उन्होंने कहा कि विजन और मिशन के प्रति संशय न रखें, परिणाम से भयभीत न हों, कभी पक्षपात न करें। खुद अपना मूल्यांकन करें, यह जितना सटीक होगा सफलता उतनी ही आसान होगी। श्रीराम मूर्ति शतिक सभागार में डा.एपीजे अब्दुल कलाम तकनीकी विवि के कुलपति प्रोफेसर (डा.) जय प्रकाश पांडेय की अध्यक्षता में हुए दीक्षांत समारोह में टाटा कन्सल्टन्सी सर्विस, लखनऊ के डिलीवरी सेंटर हेड अमिताभ तिवारी मुख्य अतिथि के रूप में शामिल हुए।
जबकि मैक्एफी इंक, बेंगलुरु के डायरेक्टर ऑफ डाटा इंजीनियरिंग (पी.ई.) इंजीनियर कुशवाहा मनीष कौशल ने विशिष्ठ अतिथि के रूप में विद्यार्थियों को संबोधित किया। एसआरएमएस ट्रस्ट के प्रबंध न्यासी देव मूर्ति जी, ट्रस्ट सेक्रेटरी आदित्य मूर्ति जी, ट्रस्ट एडवाइजर इंजीनियर सुभाष मेहरा ने संस्थान के प्रांगण में स्थित स्वर्गीय श्रीराम मूर्ति जी की प्रतिमा पर माल्यार्पण एवं सभागार मे दीप प्रज्ज्वलन किया। विद्यार्थियों की सरस्वती वंदना, संस्थान गीत एवं विश्वविद्यालय कुलगीत के साथ दीक्षांत समारोह आरंभ हुआ।
फीस मांफी योजना के तहत विद्यार्थियों को 11 लाख 33 हजार रुपये के चेक वितरित
एसआरएमएस ट्रस्ट के संस्थापक व चेयरमैन देव मूर्ति जी ने प्रेरणास्रोत्र स्वर्गीय श्रीराम मूर्ति जी को उनके 115वें जन्मदिन पर श्रद्धा सुमन अर्पित किए। उन्होंने समारोह में उपस्थित अतिथियों का स्वागत किया और सभी डिग्रीधारकों एवं मेधावी छात्र/छात्राओं को उनकी उपलब्धियों के लिए शुभकामनाएं दी। उन्होंने ट्रस्ट द्वारा विगत वर्षों में किए गए शिक्षा, चिकित्सा एवं सामाजिक उत्थान के लिए किए कामों की सभी को जानकारी दी। उन्होंने कहा कि श्रीराम मूर्ति जी के आदर्शों के प्रचार प्रसार के लिए स्थापित एसआरएमएस ट्रस्ट समाज के विकास में अपना महत्वपूर्ण योगदान दे रहा है। इसी कड़ी में प्रतिभाशाली विद्यार्थियों को प्रोत्साहित करने के लिए ट्रस्ट ने अपने सभी शैक्षिक संस्थानों में हर कोर्स के एक विद्यार्थी की ट्यूशन फीस मांफ करने का फैसला किया था। आज इसी योजना के तहत विद्यार्थियों को पहले इंस्टॉलमेंट के चेक वितरित किए जा रहे हैं। शैक्षिक शुल्क मांफ करने की योजना पूरे कोर्स लिए है। देव मूर्ति जी ने स्टार्टअप के लिए स्थापित इनोवेशन और इंक्यूबेशन सेल का भी जिक्र किया। कहा कि इसके जरिये तीन तीन कंपनियां बना कर स्टार्टअप शुरू किए गए हैं। पहले स्टार्टअप में PIOUS Biasphere Pvt Ltd के जरिये वेस्ट रीसाइक्लिंग और पुरानी मशीनों के रिफरविशिंग का काम आरंभ किया जा रहा है। इसमें वेस्ट प्लास्टिक और रैपर्स की मदद से बैग बनाने का काम हो रहा है। दूसरे स्टार्टअप में Victuals Wellness Pvt Ltd कंपनी के जरिये मशरूम का उत्पादन शुरू किया गया। तीसरे स्टार्टअप में Blithe Boom Systems Pvt Ltd कंपनी के जरिये ई हेल्थ और माइ ट्रिप एडवाइजर का काम आरंभ किया गया है।
इनकी फीस की गई मांफ-
दिव्या (एमबीबीएस, मेडिकल कालेज) 7 लाख 35 हजार रुपये-अनमोल मिश्रा (बीटेक सीएसई 2024, सीईटी) 65 हजार रुपये-मान्या मित्तल (बीटेक सीएसई 2024, सीईटी) 65 हजार रुपये-शिवम गंगवार (बीटेक सीएसई 2024, सीईटीआर) 57 हजार रुपये-अग्रिता अग्रवाल (बीपीटी 2024, पैरामेडिकल) 56 हजार रुपये-प्रियांशु राज (बीएमएलएस 2024, पैरामेडिकल) 56 हजार रुपये-स्वाति (बीएससी नर्सिंग, 2024, नर्सिंग) 54 हजार रुपये-सिमरनजीत कौर (जीएनएम 2024, नर्सिंग) 45 हजार रुपये
डा.एपीजे अब्दुल कलाम तकनीकी विवि के कुलपति प्रोफेसर (डा.) जय प्रकाश पाण्डेय ने डिग्री हासिल करने वाले दीक्षांत समारोह को सामाजिक जीवन में प्रवेश बताया। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 2047 तक देश को विकसित भारत बनाने का लक्ष्य रखा है। इसमें आपका योगदान महत्वपूर्ण होगा। यह लक्ष्य आपके जरिये ही हासिल किया जाएगा। लेकिन इसके लिए आपको भी अपना विजन और मिशन बनाना पड़ेगा। तभी सफलता हासिल होगी। उन्होंने कहा कि लक्ष्य सामने होने पर ही पता चलता है कि हमें कहां जाना है और कैसे यह दूरी तय करनी है। विजन और मिशन इसमें मदद करते हैं। महाभारत में धृतराष्ट्र के एक प्रश्न का जिक्र करते हुए डा.पांडेय ने कहा कि हस्तिनापुर नरेश ने युद्ध आरंभ होने से पहले संजय से पूछा कि इस युद्ध में कौन जीतेगा। इस प्रश्न में संशय, डर और पक्षपात जैसी तीन भावनाएं छिपी हैं। युद्ध का फैसला लेने के बाद जब राजा को अपने फैसले पर सवाल हो, संशय हो वहां पर सफलता मिल ही नहीं सकती। ऐसे में आप विजन और मिशन का फैसला करने के बाद उसके प्रति संशय न रखें, परिणाम से भयभीत न हों, कभी पक्षपात न करें। खुद अपना मूल्यांकन करें, यह जितना सटीक होगा सफलता उतनी ही आसान होगी। डा.पांडेय ने अमेरिका और चीन की जीडीपी का जिक्र करते हुए कहा कि दोनों देशों को वैश्विक अर्थव्यवस्था बनाने में वहां के स्टार्टअप का महत्वपूर्ण योगदान है। आज हमारे देश में जितनी तेजी से स्टार्टअप शुरू हो रहे हैं और सफलता की कहानी लिख रहे हैं, इससे कोई संशय नहीं रह जाता कि हम जल्द ही विश्व की तीसरी अर्थव्यवस्था बनने की ओर अग्रसर हैं। यह मुकाम हासिल करने के बाद हमें विश्व की सबसे बड़ी आर्थिक ताकत बनने से कोई नहीं रोक सकेगा।
पढ़ना और सीखना जिंदगी भर का कामः अमिताभ तिवारी
दीक्षांत समारोह के मुख्य अतिथि टाटा कन्सल्टन्सी सर्विस, लखनऊ के डिलीवरी सेन्टर हेड अमिताभ तिवारी विद्यार्थियों को डिजिटलाइजेशन का फायदा उठाने की सलाह देकर स्टार्टअप स्थापित करने के लिए प्रेरित किया। उन्होंने कहा कि यूपी में बिजनेस तेजी से बढ़ रहा है। ऐसे में दिमाग को इंटरप्रिन्योरशिप के लिए ट्रेंड कीजिए और देश की तरक्की में अपना योगदान दीजिए। अमिताभ ने कहा कि एसआरएमएस जैसे संस्थान आईटी इंडस्ट्री के विकास में अपना महत्वपूर्ण योगदान दे रहे हैं। यहां दी जा रही शैक्षिक और स्टार्टअप की जानकारी इंडस्ट्री के विकास के लिए महत्वपूर्ण है। ऐसे में आप सौभाग्यशाली हैं कि आप यहां से डिग्री लेकर जा रहे हैं। यह जिंदगी का नया अध्याय जरूर है लेकिन पढ़ाई का अंत नहीं। पढ़ना और सीखना जिंदगी भर की बात है। यह लगातार जारी रहेगी। यही आपको सफलता की ओर ले जाएगी।
लगातार करते रहें अपनी स्किल को इंप्रूव : कुशवाहा मनीष कौशल
दीक्षांत समारोह के विशिष्ठ अतिथि मैक्एफी इंक, बेंगलुरु के डायरेक्टर आफ डाटा इंजीनियरिंग (पी.ई.) इंजीनियर कुशवाहा मनीष कौशल ने 25 वर्ष पहले एसआरएमएस इंजीनियरिंग कॉलेज में अपनी पढ़ाई की याद किया। उन्होंने स्किल पर लगातार काम करने की सलाह दी। कहा कि दुनिया तेजी से बदल रही है। बदलाव को स्वीकारें और इसकी जरूरत के अनुसार अपनी स्किल को लगातार इंप्रूव करते रहें। मनीष ने डेटा, डायरेक्शन, डिसीजन और डिजायर के माध्यम से विद्यार्थियों को सफलता के टिप्स दिए। उन्होंने कहा कि सही दिशा और सही फैसला होने से सफलता में संशय नहीं रह जाता। लेकिन इसके लिए डेटा की मदद लें। फैसला लेने के बाद भी डाटा के जरिये इसे जांचते रहें। और उसी के अनुसार खुद में और स्किल में बदलाव लाएं। अपना लक्ष्य बनाए और उसकी जिम्मेदारी खुद लें। मनीष ने कहा कि 25 वर्ष पहले यहां पढ़ाई के दौरान बाहर रोड पर चाय का एक खोखा होता था। आज पूरा बाजार है। यही ईको सिस्टम है जो सही फैसला और सही दिशा की वजह से विकसित होता है। आप भी सही फैसला लें।
इससे पहले महाविद्यालय के प्राचार्य प्रोफेसर (डा.) प्रभाकर गुप्ता ने महाविद्यालयों की वार्षिक रिपोर्ट प्रस्तुत की और यहां संचालित विभिन्न शैक्षणिक गतिविधियों से सभी को अवगत कराया। उन्होंने महाविद्यालय द्वारा इस वर्ष बीबीए, बीसीए, होटल मैनेजमेंट जैसे नए कोर्स आरंभ होने के साथ वैल्यू एडेड कोर्स और इस वर्ष 18 पेटेंट स्वीकृत होने की जानकारी दी। प्लेसमेंट सेल के बारे में भी बताया। कहा कि इस वर्ष संस्थान में प्लेसमेंट के लिए 35 कंपनियां पहुंचीं। जिनकी ओर से विद्यार्थियों को 21 लाख तक के पैकेज पर प्लेसमेंट हुआ। एसआरएमएस सीईटी के वाइस प्रिंसिपल डा.शैलेंद्र देवा ने समारोह के अंत में सभी का आभार जताया और धन्यवाद ज्ञापित किया। कार्यक्रम का संचालन रूचि शाह ने किया। इस मौके आदित्य मूर्ति, आशा मूर्ति, प्रोफेसर श्यामल गुप्ता, उषा गुप्ता, डा. रजनी अग्रवाल, डा. आलोक खरे, डा. वंदना शर्मा, डा. एमबी कलहंस, डा.जसप्रीत कौर, डा.मुथु महेश्वरी, मेडिकल कॉलेज के प्रिंसिपल डा. एमएस बुटोला, मेडिकल सुपरिटेंडेंट डा. आरपी सिंह, डा. अनुज कुमार, डा.आरती गुप्ता, डा.रीटा शर्मा सहित सभी शैक्षिक संस्थानों के डाय़रेक्टर, डीन, फैकेल्टी और स्टाफ मौजूद रहा।