Bareillylive : पं. दीनदयाल उपाध्याय स्मृति विचार मंच के तत्वावधान में दीनदयाल पुरम् पार्क में मंच द्वारा दीनदयाल उपाध्याय जी की मूर्ति स्थापित कर दी गई। इसका अनावरण अगले माह मार्च में कराया जाएगा। इस अवसर पर एकात्म मानववाद के प्रणेता दीनदयाल उपाध्याय जी की 57 वीं पुण्यतिथि पर विचार गोष्ठी आयोजित की गई। अध्यक्षता विनोद गुप्ता ने की और संचालन महामंत्री इंद्रदेव त्रिवेदी ने किया।
विशिष्ट अतिथि लोकतंत्र सेनानी वीरेंद्र अटल, भाजपा नेता गुलशन आनंद और पूर्व डिप्टी महापौर अतुल कपूर रहे। विचार गोष्ठी को संबोधित करते हुए अतुल कपूर ने कहा कि एक भव्य समारोह में एकात्म मानववाद के प्रणेता दीनदयाल उपाध्याय जी की मूर्ति का अनावरण किसी प्रतिष्ठित व्यक्तित्व द्वारा कराया जाएगा। भाजपा नेता गुलशन आनंद ने दीनदयाल पुरम् के पार्क का विवरण देते हुए कहा कि सन् 2000 में तत्कालीन नगर विकास मंत्री लाल जी टंडन ने दीनदयाल पुरम् और पार्क का उद्घाटन किया था, पर उनकी मूर्ति न लग सकी। अब मंच द्वारा मूर्ति की स्थापना से अब पुराना कर्ज उतर गया है। लोकतंत्र सेनानी वीरेंद्र अटल ने दीनदयाल उपाध्याय जी के अनेक संस्मरण सुनाए और कहा कि आज अंत्योदय की अवधारणा उन्हीं की देन है। बरेली के एक चिंतन शिविर में 8, 9, 10 फरवरी 1968 को दीनदयाल उपाध्याय जी यहीं मार्गदर्शन कर रहे थे। अगले दिन 11 फरवरी को मुगलसराय रेलवे स्टेशन पर मृत पाए गये। इसलिए उनसे आत्मीयता होना स्वाभाविक है। वीरेंद्र अटल ने दीनदयाल उपाध्याय जी के संपादक, पत्रकार, लेखक, विचारक, वक्ता, संगठनकर्ता होने के अनेक रूपों का चित्रण कर भावभीनी श्रद्धांजलि अर्पित करते हुए कहा कि दीनदयाल उपाध्याय जी की मूर्ति स्थापना से बरेली गौरवान्वित हुई है।
मंच के अध्यक्ष विनोद गुप्ता ने घोषणा की कि मार्च माह में दीनदयाल उपाध्याय जी की आदमकद मूर्ति का अनावरण होगा। विचार गोष्ठी का संचालन कर रहे महामंत्री इंद्रदेव त्रिवेदी ने एकात्म मानववाद की विस्तृत व्याख्या की और अंतिम व्यक्ति के उत्थान से उसे जोड़ा। विचार गोष्ठी में डाॅ वीरेंद्र जैसवार, अशोक कुमार उपाध्याय, प्रवीन भारद्वाज, शिवम् वर्मा, प्रवीन कुमार शर्मा, अरुण श्रीवास्तव, सुमंत माहेश्वरी, विशाल शर्मा, मदन लाल शर्मा, अरुण शुक्ला, उमेश चंद्र गुप्ता, मुकेश शर्मा, पुनीत त्रिवेदी, अखिलेश चंद्र पांडे, डाॅ विमला गुप्ता, आराधना अग्रवाल, अजय उपाध्याय, सुरेश बाबू मिश्रा, रवींद्र सोनकर और गुरिंदर सिंह ने भी विचार व्यक्त कर दीनदयाल उपाध्याय जी को श्रद्धांजलि अर्पित की।