Bareillylive : सनातन धर्म के अनुसार चैत्र नवरात्र के समापन और शुभ रामनवमी के अवसर पर छोटे बच्चे/बच्चियों की सेवा, दान-दक्षिणा देकर पुण्यलाभ कमाने के कार्य किए जाते है। इस पावन अवसर पर गालों मुस्कुरालो वेलफेयर सोसाइटी के सदस्यों ने वातसल्य सेवा संस्थान, रेज़ीडेंसी गार्डन में दिव्यांग बच्चों को अल्पाहार कराके एक सराहनीय प्रतीकात्मक कार्य किया। इस दौरान बच्चों ने भजन गीत “मेरी झोपड़ी के भाग्य आज खुल जाएंगे राम आएंगे” की सुंदर प्रस्तुति देकर सबका मन मोह लिया।
संस्था के सचिव अरुण शर्मा ने बताया कि यह कदम समाज के प्रति एक संवेदनशील और सराहनीय पहल है, जो जरूरतमंदों की मदद करने की भावना को दर्शाता है। नवरात्रि के दौरान, कन्याओं को भोजन कराने की परंपरा है, जो माँ दुर्गा के स्वरूप के रूप में उनकी पूजा करती है। इस तरह के सामाजिक कार्य समाज में सकारात्मक बदलाव लाते हैं और जरूरतमंदों को सहारा देते हैं। सचिव ने बताया कि प्रत्येक वर्ष गालों मुस्कुरालो वेलफेयर सोसाइटी के द्वारा दिव्यांग, नेत्रहीन और वृद्ध आश्रम में वस्त्र और भोजन का वितरण किया जाता है। हम लोगों का प्रयास है कि समाज के अंतिम व्यक्ति तक सेवा का कार्य पहुंचे।
कोषाध्यक्ष सत्य प्रकाश ओबेराय ने बताया कि नवरात्रि सनातन परंपरा में मनाया जाने वाला महत्वपूर्ण त्यौहार है। नवरात्रि के नौ दिनों में माँ भगवती दुर्गा की आराधना की जाती है, इस दौरान साधक उनसे सुखी और समृद्ध जीवन के आशीर्वाद की कामना करते हैं। पौराणिक ग्रंथों में चैत्र नवरात्रि का यह समय बेहद फलदायी बताया गया है।
मीडिया प्रभारी विजय शर्मा ने बताया कि नवरात्रि का पर्व भारतीय सांस्कृतिक और धार्मिक परंपराओं में समृद्धि, शांति, और आध्यात्मिकता के साथ जुड़ा हुआ है। कहा जाता है कि मातारानी के इन नौ दिनों में जो भी साधक सच्चे मन से माँ जगदम्बा की भक्ति करता है और माँ स्वरूप कन्याओं को भोजन कराता है तथा उन्हें दान देता है उस पर मातारानी की कृपा हमेशा बनी रहती है।
इस अवसर पर क्लब के कंचन शर्मा, बेबी कुमारी, अनुराग, धृति, प्रतीक एवं स्कूल का समस्त स्टाफ आदि मौजूद रहे। अंत में स्कूल प्रिंसिपल श्रीमती चेतना सक्सेना ने संस्था का धन्यवाद ज्ञापित किया।