बरेली@BareillyLive. राजकीय कन्या इंटर कॉलेज (GGIC) में चल रहे समर कैंप के दौरान आज छात्राओं को नागरिक सुरक्षा कोर सिविल लाइंस प्रभाग द्वारा आपदा प्रबंधन के अंतर्गत फर्स्ट एड तथा सीपीआर का प्रशिक्षण दिया गया। साथ ही हवाई हमला होने की स्थिति में सायरन की आवाजों के संकेत तथा बचाव की जानकारी भी दी गयी।
नागरिक सुरक्षा कोर के सहायक उपनियंत्रक प्रमोद डागर ने समर कैंप में भाग ले रही छात्राओं को बताया कि आपदा की स्थिति में घायलों को सुरक्षित स्थान पर पहुंचाना तथा उनका उपचार कराना प्राथमिकता होती है। उन्होंने गंभीर रूप से घायल तथा हड्डी टूट जाने पर थ्री हैंड सीट व फोर हैंड सीट बनाकर घायलों को ले जाने के तरीके छात्राओं को सिखाये।
श्री डागर ने बताया कि हवाई हमले का सायरन बजने पर हमें पूर्व की तैयारी कर लेना चाहिए तथा हमले का संकेत मिलने पर कोहनी के बल सीधे लेटकर मध्यमा उंगली से कान कसकर बंद कर लेना चाहिए। ऐसी स्थिति में छुपने के लिए बेसमेंट, बंकर अथवा घर के भीतर कोने का स्थान सबसे सुरक्षित होता है। उन्होंने बेहोशी की हालत में पड़े घायलों की नब्ज व गले की नस में स्पंदन न होने पर सीपीआर देकर लोगों की जिंदगी बचाने का तरीका सिखाया। मेघा फाउंडेशन के पर्यवेक्षक ने समर कैंप में भाग ले रही छात्राओं के अनुभव साझा किये।
इस अवसर पर सिविल डिफेंस के स्टाफ आफीसर आलोक शंखधर, आईसीओ व कैंप प्रभारी अर्चना राजपूत, कालेज की प्रधानाचार्या अनु पाराशरी तथा मधु मौर्य उपस्थित रहे।