बरेली। पुलिस की निष्क्रियता एक बुजुर्ग की जिंदगी पर भारी पड़ गई। जमीन के विवाद में उसकी सिर काटकर हत्या कर दी गई। दो दिन पहले दो लोग उसे घर से बुलाकर ले गए थे। इसके बाद उसका कोई पता न लगने पर परिवारीजनों ने पुलिस से शिकायत की पर वह चुप बैठी रही, न तो गुमशुदगी दर्ज की और न ही खोजने की जहमत उठाई। परिवारीजनों का कहना है कि जिस मेडिकल कारोबारी पर हत्या का आरोप है, पुलिस उससे मिली हुई है। उस कारोबारी के कहने पर पांच दिन पहले पुलिस ने बुजुर्ग को थाने बुलाकर धमकाया था। मामला भुता थाना क्षेत्र का है।
भुता के बाबूराम (60) की कस्बे से सटे पेट्रोल पंप के पास बरेली-बीसलपुर राजमार्ग पर जमीन है। उनके बेटे विमल कुमार ने बताया कि इस जमीन पर एक मेडिकल कारोबारी और उसके साथी कब्जा करने की कोशिश कर रहे हैं जिसका उसके पिता विरोध कर रहे थे। पांच अक्टूबर को दो लोग उसके पिता को घर पर बुलाने आए थे और कहा कि मेडिकल कारोबारी ने बुलाया है। इस पर बाबूराम उन लोगों के साथ चले गए। देर रात तक वह वापस नहीं आए तो परिवार वालों ने उन्हें तलाशने का हरसंभव प्रयास किया पर कुछ पता नहीं चला। विमल ने भुता थाने में पिता की गुमशुदगी तहरीर दी पर पुलिस ने गुमशुदगी दर्ज नहीं की।
दो दिन से लापता चल रहे बाबूराम का कोई सुराग नहीं लगा तो परिवार वालों के साथ ही गांव वालों का धैर्य भी जवाब देने लगा। दूसरी तरफ पुलिस गुमशुदगी दर्ज करने तक को तैयार नहीं थी। इस पर सोमवार को तमाम लोग थाने पहुंचे और बाबूराम के साथ अनहोनी की आशंका जताकर मेडिकल कारोबारी के खिलाफ तहरीर दी। इसके बावजूद पुलिस ने रिपोर्ट नहीं लिखी।
सोमवार शाम को मल्लपुर के कुछ लोगों ने खेत में सिर कटा शव पड़ा देखा तो पुलिस को सूचना दी। पुलिस वहां तुरंत पहुंची और शव की शिनाख्त कराने का कोई प्रयास करे बिना उसे तत्काल पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया। विमल ने बताया कि गुमशुदगी की तहरीर और लोगों के थाने में विरोध प्रदर्शन के बावजूद पुलिस ने शव मिलने की सूचना उसे नहीं दी। सोमवार देर रात उसे कुछ लोगों ने मल्लूपुर के एक खेत में शव मिलने की जानकारी दी तो वह पोस्टमार्टम हाउस पहुंचा। वही हुआ जिसकी आशंका थी, शव उसके पिता का ही निकला।
विमल ने आरोप लगाया कि पुलिस हत्यारोपितों से मिली हुई है। पांच दिन पहले पुलिस ने दबंगों के कहने पर उसके पिता बाबूराम को थाने बुलाकर काफी फटकारा था। इसके बाद से पिता गुमसुम हो गए, न तो ठीक से खाना खा रहे थे और न ही सो पा रहे थे। पुलिस उसके पिता पर दबाव डालकर दबंगों को जमीन दिलाना चाह रही थी। इसीलिए झूठा मुकदमा दर्ज कर जेल भेजने की भी धमकी दी थी।
एएसपी अभिषेक वर्मा का कहना है कि पुलिस टीम को मामले की जांच के लिए लगाया गया है। परिवारीजनों के तहरीर आने के बाद मुकदमा दर्ज कराया जाएगा।