आंवला (बरेली)। कोऑपरेटिव रूरल डेवलपमेन्ट ट्रस्ट (कोरडेट) आंवला के 42वें स्थापना दिवस के अवसर पर बुधवार को इफको परिसर में कृषक प्रशिक्षण एवं मिनी किट वितरण का आयोजन किया गया। इसमें किसानों को कृषि उत्पादन बढ़ाने की जानकारी दी गई।
मुख्य अतिथि जिला कृषि अधिकारी चौधरी धीरेन्द्र सिंह ने उर्वरकों के संतुलित प्रयोग और कम लागत में अधिक उत्पादन करने की तकनीक की जानकारी दी। साथ ही यूरिया का उपयोग कम करने की सलाह दी।
कार्यक्रम की अध्यक्षता करते हुए इफको आंवला के इकाई प्रमुख आईसी झा ने रासायनिक उर्वरकों के साथ-साथ जैव उर्वरकों का भी इस्तेमाल करने की सलाह दी। उन्होंने पानी का समुचित उपयोग करने के साथ ही उसकी एक-एक बूंद का उपयोग उचित रूप से करने को कहा।
कोरडेट आंवला के प्रधानाचार्य एमपी सिंह आगन्तुकों का स्वागत किया। उन्होंने बताया गया कि ट्रस्ट द्वारा कृषक प्रशिक्षण, मृदा परीक्षण, बागवानी, मधुमक्खी पालन तथा जल विलेय उर्वरकों एवं जैव उर्वरकों का प्रदर्शन आदि कार्यक्रम कि जाते हैं ताकि किसान उनका अवलोकन कर अपनी आमदनी बढा सकें।
कार्यक्रम का संचालन क्षेत्र प्रबंधक इफको धीरेंद्र पाल ने किया। कोरडेट द्वारा उत्पादित जैव उर्वरकों के बारे में जानकारी देते हुए उन्होंने बताया कि कोरडेट आंवला में 7 तरह के जैव उर्वरकों का उत्पादन किया जा रहा है जिनका उपयोग करने पर किसानों की आय में 20 से 25 प्रतिशत की बढोत्तरी हो सकती है। इफको एमसी के अशोक गंगवार ने फसल सुरक्षा के बारें में जानकारी दी।
इस अवसर पर समन्वित ग्रामीण विकास परियोजना के अंतर्गत नवी नगर गांव के 50 किसानों को सरसों एवं जैव उर्वरक के किट भी दिए गए।