झांसी। समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष व उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने कहा कि प्रदेश में धड़ाधड़ फर्जी एनकाउंटर हो रहे हैं। लोगों को न्याय नहीं मिल पा रहा है। यूपी में सरकार “राम राज” की बात करती है जबकि यहां “राम राज” नहीं “नाथूराम राज” चल रहा है। उन्होंने योगी आदित्यनाथ सरकार पर कई सवाल उठाए। आरोप लगाया कि पुलिस ने पुष्पेंद्र यादव का फर्जी एनकाउंटर किया है। कहा, इस मुठभेड़ की जांच हाईकोर्ट के जज से कराई जानी चाहिए।

सपा अध्यक्ष गुरुवार को यहां मीडिया से बात कर रहे थे। उन्होंने कहा कि इसके विरोध में सपा पूरे प्रदेश में न्याय यात्रा निकालने की योजना बना रही है। इसकी शुरुआत उपचुनाव के बाद ललितपुर से की जाएगी।

पिछले दिनों मुठभेड़ में मारे गए पुष्पेंद्र यादव के परिवार से मुलाकात करने के लिए अखिलेश बुधवार को झांसी आए थे। पुष्पेंद्र के परिवार वालों से मिलने के बाद रात को झांसी में ही रुके।

 अखिलेश यादव ने पुष्पेंद्र मामले में सरकार से पूछे ये सवाल

      1.मुठभेड़ का समय क्या था?

      2.पुलिस की मानें तो रात में मुठभेड़ रात को हुई थी लेकिन दिनभर लाश क्यों घुमाते रहे?

3.पोस्टमार्टम शाम को क्यों कराया गया?

4.परिवार और पुलिस के बयान में अंतर क्यों?

   5.गाड़ी में सीट के पीछे खून क्यों था?

6.एंबुलेंस पीछे-पीछे क्यों चल रही थी?

7.पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट अभी तक क्यों नहीं आई?

अखिलेश ने कहा कि भाजपा सरकार ने हमें और आपको शौचालय में उलझा दिया और खुद बड़ी-बड़ी डील कर लीं। उन्होंने सवाल किया कि बुंदेलखंड में बनने वाले डिफेंस कॉरिडोर में क्या बनेगा। इसके बाद पूछा कि जब फ्रांस से नींबू तोड़कर राफेल आएगा तो लड़ाकू विमान का कौन सा पार्ट यहां बनेगा। उन्होंने कहा कि यहां पीड़ितों की एफआइआर ही दर्ज नहीं होती है। चिन्मयानंद मामले में पीड़िता को ही जेल भेज दिया गया। उन्नाव घटना में पीड़िता को न्याय अब तक नहीं मिला, उन्नाव की पीड़िता का परिवार तबाह हो गया। आजम खान के मामलों पर कहा कि एक सांसद पर बकरी चोरी का केस दर्ज हो गया। मऊ जिले में गोलीकांड हुआ, सोनभद्र कांड में कई लोगों की जान गई। पुलिस के उत्पीड़न से लोग परेशान हैं।

इससे पहले बुधवार को अखिलेश के झांसी आने से पहले शहर में जमकर बवाल हुआ। मुठभेड़ का विरोध करने के लिए इकट्ठा हुए तेज बहादुर यादव समेत 39 सपा नेताओँ को पुलिस ने हिरासत में लेकर जेल भेज दिया। अखिलेश जैसे ही झांसी पहुंचे, पुलिस के खिलाफ लोगों का आक्रोश फूट पड़ा। लोगों ने पुलिस मुर्दाबाद के नारे लगाए, साथ ही पुष्पेंद्र के हत्यारों को फांसी देने की मांग की। वहीं दूसरी ओर पुष्पेंद्र की पत्नी शिवांगी ने मुख्यमंत्री योगी से न्याय की गुहार लगाई है। उन्होंने कहा कि अगर उनको जल्द न्याय नहीं मिला तो वह आत्महत्या कर लेगीं, जिसकी पूरी जिम्मेदारी प्रशासन की होगी।  शिवांगी ने कहा कि ऐसा क्या गुनाह किया था कि मुठभेड़ के नाम पर पुलिस ने उनकी हत्या कर दी। उनके पति का इतना बड़ा कुसूर तो नहीं था कि उनको मौत की सजा मिलती। यदि उन्होंने कुछ गलत किया था तो पुलिस उनको सजा देती, मारने का हक किसी को नहीं था। 

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