आंवला (बरेली)। एसडीएम के नेतृत्व में स्वास्थ्य विभाग के अफसरों ने आंवला में पैथोलॉजी, अल्ट्रासाउण्ड और एक्स-रे क्लीनिकों पर अचानक छापामारी की। छापेमारी की सूचना से अनेक अवैध केन्द्रों के संचालकों में हड़कम्प मच गया। आनन-फानन में ये लोग अपनी दुकानें बंद करके भाग गये।
गुरूवार दोपहर को उपजिलाधिरी अरुण कुमार सिंह ने पुरैना ढाल स्थित वर्मा एक्स-रे क्लीनिक, जौहरी अल्ट्रासाउंड, प्रकाश अल्ट्रासाउंड, सरकारी अस्पताल के सामने बने विश्वनाथ अल्ट्रासांउड पर छापेमारी की। छापेमारी की सूचना से नगर में संचालित अन्य सेण्टरों के मालिक अपनी दुकानें बंद कर भाग गये। साथ ही झोलाछापों के फोन भी अपने साथियों के पास घनघनाने शुरू हो गए तथा सभी झोलाछाप एक दूसरे से टीम द्वारा छापेमारी की लोकेशन लेते रहे।
छापेमारी की सूचना आसपास के गांव में भी आग की तरह फैल गयी। गांवों में संचालित अवैध क्लीनिक व पैथोलॉजी सेंटर वाले भी अपनी दुकानें बंद कर भाग गये।
लोगों की सहत से खिलवाड़ नहीं होने देंगे : एसडीएम
उपजिलाधिरी ने बताया कि जिलाधिकारी के निर्देशानुसार यह छापेमारी की गई है। हमने नगर के 6 सेण्टरों पर छापेमारी की जिसमें से उपरोक्त चार ही खुले मिले, शेष दो बंद थे। जिन अल्ट्रासाउण्ड व एक्स-रे के सेण्टरों पर आज छापेमारी हुई, उनमें अनियमितताएं पाई गई है। रिपोर्ट बनाकर भेज दी गई है। ऐसे अवैध सेंटरों पर सख्त कार्यवाही की जाएगी। साथ ही लोगों की सहत से खिलवाड़ नहीं होने दिया जाएगा। हमारे पास ऐसे लोगों की सूची आ चुकी है जो इस अवैध धंधे में लिप्त हैं। इस दौरान उनके साथ सीएचसी प्रभारी डॉ. राजेन्द्र कुमार भी मौजूद रहे।