मोनाको। भारतीय खेलों पर डोपिंग का एक और दाग लग गया है। ट्रैक एवं फील्ड के डोपिंग मामलों को नियंत्रित करने वाली अंतरराष्ट्रीय संस्था एथलेटिक्स इंटेग्रिटी यूनिट (एआइयू) ने भारतीय फर्राटा धावक निर्मला श्योराण के खिलाफ बड़ी कार्रवाई करते हुए उन पर चार साल का प्रतिबंध लगा दिया है। एशियन चैंपियनशिप में उनके द्वारा जीते गए दो स्वर्ण पदक भी वापस ले लिये गए हैं।
एआइयू ने निर्मला को जून 2018 में घरेलू प्रतियोगिता में स्टेरायड ड्रोस्तानोलोन और मेटेनोलोन के इस्तेमाल का दोषी पाया था। इसके बाद बीती सात अक्टूबर को उन्हें प्रतिबंधित कर दिया गया। एआइयू के अनुसार, इस भारतीय एथलीट के खून के नमूनों में गड़बड़ी पाई गई थी। निर्मला श्योराण ने प्रतिबंध को स्वीकार कर लिया है और मामले की सुनवाई की मांग नहीं की।
एआइयू ने ट्वीट कर बताया है कि “एथलेटिक्स इंटेग्रिटी यूनिट भारतीय फर्राटा धावक निर्मला श्योराण को प्रतिबंधित पदार्थ के इस्तेमाल की वजह से चार साल के प्रतिबंधित करती है। …उनका प्रतिबंध 28 जून 2018 से प्रभावी होगा जबकि अगस्त 2016 से नवंबर 2018 तक के उनके सभी नतीजों को रद कर दिया गया है।”
निर्मला श्योराण ने साल 2017 में भारत में हुई एशियन चैंपियनशिप में 400 मीटर और 4X400 मीटर रिले में स्वर्ण पदक जीते थे। उन्होंने रियो ओलंपिक में भी इन दोनों स्पर्धाओं में भाग लिया था। 24 वर्षीय निर्मला हरियाणा के भिवानी जिले से हैं।