इस्लामाबाद। विजयदशमी पर फ्रांस में पहले राफेल युद्धक विमान की डिलीवरी के समय नारियल फोड़ने और नींबू रखने की भले ही भारत में वामदल तथा कांग्रेस और राकांपा के कुछ नेता आलोचना कर रहे हों पर पाकिस्तान इस मामले में रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह के साथ खड़ा है। पाकिस्तान सेना ने पहले राफेल की डिलीवरी के समय शस्त्र पूजन पर उनका बचाव करते हुए कहा, “राफेल की पूजा में कुछ भी गलत नहीं है क्योंकि यह धर्म के अनुसार है।“

पाकिस्तानी सेना के प्रवक्ता आसिफ गफूर ने गुरुवार ट्वीट किया, “राफेल पूजा में कुछ भी गलत नहीं हैं  क्योंकि यह धर्म के अनुसार है। कृपया, याद रखें… यह अकेली मशीन नहीं जो मायने रखती है, असल में उस मशीन को संभालने वाले व्यक्ति की क्षमता, जुनून और संकल्प मायने रखता है। हमें हमारे पीएएफ शहीदों पर गर्व हैं।”

पाकिस्तान की तरफ से यह बयान ऐसे समय में आया है जब दोनों देशों के बीच तनाव अपने चरम पर है। भारत सरकार ने जम्मू-कश्मीर से धारा 370 को हटाकर उसका विशेष दर्जे वापस ले लिया था। इसके बाद पाकिस्तान में रोष का माहौल है और वह दुनिया के सभी मंच पर कश्मीर मुद्दे को उठा चुका है, हालांकि उसे कुछ हासिल नहीं हुआ।

भारत में विपक्ष को राफेल की पूजा लगती है तमाशा

कांग्रेस नेता मल्लिकार्जुन खड़गे और संदीप दीक्षि‍त ने विजयदशमी के अवसर पर रक्षा मंत्री राजनाथ द्वारा फ्रांस में राफेल की शस्‍त्र पूजा करने को “तमाशा” करार दिया था। खड़गे ने कहा था कि इस तरह का “”ड्रामा करने की जरूरत नहीं। संदीप दीक्षित ने कहा था, “इस सरकार के साथ सबसे बड़ी समस्‍या यही है कि बिना कोई ठोस काम किए ये दिखावा करने में आगे होते हैं।” रांकापा नेता शरद पवार भी राफेल की शस्त्र पूजा को लेकर तंज कर चुके हैं। वामदल भी इसके विरोध  में हैं।

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