बिजनौर। लखनऊ में शुक्रवार को हिंदूवादी नेता कमलेश तिवारी की दिनदहाड़े नृशंस हत्या में नामजद दोनों मौलानाओं मौलाना अनवारुल हक और मुफ्ती नईम को पुलिस ने पकड़ लिया है। हालांकि इन दोनों की गिरफ्तारी पर  पुलिस अधिकारी खुलकर नहीं बोल रहे हैं। पुलिस ने बिजनौर के मोहल्ला चाहशीरी निवासी मौलाना खुर्शीद को भी हिरासत में ले लिया है जो मौलाना अनवारुल का बेहद करीबी माना जाता है।

बिजनौर जिले के नगीना देहात थाना क्षेत्र के गांव किशनपुर आंवला निवासी मौलाना अनवारुल हक के साथ ही भनेड़ा निवासी मुफ्ती नईम ने करीब तीन वर्ष पहले कमलेश तिवारी का सिर कलम करने पर 1.61 करोड़ रुपये के इनाम की घोषणा की थीं। कमलेश तिवारी की शुक्रवार को हत्या के बाद इन दोनों मौलानाओं के खिलाफ लखनऊ की नाका कोतवाली में मुकदमा दर्ज कर लिया गया। इसके बाद नगीना देहात, कोतवाली देहात, किरतपुर और नजीबाबाद पुलिस ने रात्रि में कई स्थानों पर दबिश दी। शनिवार को तड़के करीब तीन बजे अनवारुल हक को उस समय नगीना की नई बस्ती धर लिया गया जब वह भागने की तैयारी में था। पुलिस ने नईम को भी पकड़ लिया है। पुलिस अधिकारी दबी जुबान से इनके पकड़े जाने की बात तो कर रहे हैं लेकिन आधिकारिक बयान से बच रहे हैं।

इसी बीच सूत्रों के अनुसार मौलाना अनवारुल हक को उसकी ससुराल से हिरासत में लिया गया। इन लोगों को कहां रखा गया है इसके बारे में पुलिस ने कोई जानकारी नहीं दी है।

इसके अलावा गुजरात के सूरत से भी कई संदिग्धों को हिरासत में लेने की खबरें आ रहीं हैं। इन संदिग्धों को हिरासत में लेकर पुलिस उनसे पूछताछ कर रही है।   

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