नई दिल्ली। लोकसभा चुनाव 2019 के पहले चरण में 20 प्रदेशों की 91 लोकसभा सीटों और चार राज्यों की विधानसभाओं के लिए गुरुवार को वोट डाले गए। पहले चरण में आठ केंद्रीय मंत्रियों समेत 1279 उम्मीदवार मैदान में थे। गुरुवार के जिन प्रमुख नेताओं की किस्मत ईवीएम में कैद हो गई उनमें केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी, वीके सिंह, हंसराज अहीर, किरण रिजिजू और सत्यपाल सिंह, कांग्रेस की रेणुका चौधरी, रालोद के अजीत सिंह और जयंत चौधरी, एआईएमआईएम के असदुद्दीन ओवैसी और लोजपा के चिराग पासवान शामिल हैं। लोकसभा चुनाव के पहले चरण की सामप्ति पर चुनाव आयोग ने कहा कि शाम के 6 बजते ही वोटिंग खत्म हो गई। छिटपुट घटनाओं को छोड़कर मतदान शांतिपूर्ण रहा।
आंध्र प्रदेश व उत्तराखंड की सभी सीटों पर मतदान
पहले चरण में जहां मतदान हुआ उनमें आंध्र प्रदेश की सभी 25 लोकसभा सीटें, तेलंगाना की 17, असम की पांच, बिहार की चार, ओडिशा की चार, छत्तीसगढ़ एक, जम्मू-कश्मीर की दो, महाराष्ट्र की सात, अरुणाचल प्रदेश की दो, मणिपुर और मेघायलय की 2-2 , नगालैंड और मिजोरम की एक-एक, सिक्किम और त्रिपुरा की एक-एक, उत्तर प्रदेश की की आठ, उत्तराखंड की सभी पांच, अंडमान-निकोबार और लक्षद्वीप की एक-एक तथा पश्चिम बंगाल की दो सीटें शामिल हैं।
लोकसभा में सर्वाधिक 80 सांसद भेजने वाले उत्तर प्रदेश के पश्चिमी भाग में स्थित आठ सीटों (सहारनपुर, कैराना, मुजफ्फरनगर, बिजनौर, मेरठ, बागपत, गाजियाबाद और गौतमबुद्धनगर ) के लिए वोट डाले गए। यहां सायं छह बजे तक 63.69 प्रतिशत वोटर अपने मताधिकार का इस्तेमाल कर चुके थे।
बिहार के चार सीटों नवादा, गया, औरंगाबाद और जमुई पर कुल 53.06 फीसदी मतदान हुआ। गया में सबसे अधिक 56 प्रतिशत वोट पड़े। बिहार चुनाव आयोग ने बताया कि राज्य के चार लोकसभा सीटों पर 2019 के चुनाव में 2014 के आम चुनाव की तुलना में अधिक मतदान हुआ है। 2014 में इन चार सीटों पर मात्र 50.79 फीसदी मतदान हुआ था।
त्रिपुरा में सर्वाधिक 82 प्रतिशत मतदान
जम्मू-कश्मीर में आतंकवादियों की धमकी की परवाह न करते हुए 54.49 प्रतिशत मतदाता वोट देने पहुंचे। छत्तसीगढ़ में नक्सलियों के चुनाव बहिष्कार के आह्वान और छिटपुट हिंसा के बावजूद 56 प्रतिशत मतदाताओं ने लोकतंत्र के प्रति आस्था जताते हुए मतदान किया। त्रिपुरा में सर्वाधिक 82 फीसदी मतदान हुआ। सिक्किम में 69 जबकि असम में 68 प्रतिशत वोटरों ने अपने मताधिकार का प्रयोग किया। नगालैंड में और मणिपुर में 78-78 प्रतिशत मतदान हुआ। मिजोरम और अरुणाचल प्रदेश में 66-66 फीसद वोटरों ने अपने मताधिकार का इस्तेमाल किया।
उत्तराखंड की सभी पांच लोकसभा सीटों पर गुरुवार को वोट डाले गए। राज्य में 57.85 प्रतिशत मतदान हुआ। तेलंगाना में 60 जबकि आंध्र प्रदेश में 55 प्रतिशत वोट पड़े। अंडमान-निकोबार में 70.67 प्रतिशत मतदान हुआ। पश्चिम बंगाल में दो लोकसभा सीटों के लिए 81 फीसदी वोट पड़े।
मीडिया से बात करते हुए चुनाव आयोग ने कहा, “कुछ जगहों से झड़प की खबरें आई हैं। कुछ जगह ईवीएम मशीन के गड़बड़ी की शिकायतें मिली हैं लेकिन कुल मिलाकर मतदान शांतिपूर्ण तरीके से संपन्न हो गया।”