नई दिल्ली। आईएनएक्स मीडिया मामले में करीब साढ़े तीन महीने बाद जेल से बाहर आए पूर्व गृह मंत्री पी. चिदंबरम ने रिहाई के अगले ही दिन गुरुवार को नरेंद्र मोदी सरकार की नीतियों की कड़ी आलोचना की। अर्थव्यवस्था को लेकर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर हमला बोलते हुए कहा, “प्रधानमंत्री अर्थव्यवस्था पर असामान्य रूप से मौन रहे हैं। उन्होंने इसे अपने मंत्रियों के लिए छोड़ दिया है कि वे झांसा दें। …शुद्ध परिणाम यह है कि सरकार अर्थव्यवस्था की अक्षम प्रबंधक बन गई है।”

उन्होंने कहा कि हम खुशकिस्मत रहेंगे अगर साल के अंत में जीडीपी पांच फीसदी रहती है। “डॉ. अरविंद सुब्रमण्यम की चेतावनी को याद कीजिए जिसमें उन्होंने कहा था कि जीडीपी पांच फीसदी से कम रहने का अनुमान है।”

वरिष्ठ कांग्रेस नेता ने कहा कि सरकार को अर्थव्यवस्था का कोई ओर-छोर नहीं मिल रहा और वह नोटबंदी और दोषपूर्ण जीएसटी जैसी विनाशकारी गलतियों का बचाव बहुत ही अड़ियल और जिद्दी तरीके से कर रही है।

आर्थिक अनियमितताओं के गंभीर आरोपों से घिरे पूर्व केंद्रीय मंत्री ने कहा,  “मंत्री रहने के दौरान मेरा रिकॉर्ड और मेरी अंतरात्मा बिलकुल साफ है।” चिदंबरम ने कहा, “मैं उन राजनीतिक नेताओं के बारे में विशेष रूप से चिंतित हूं जिन्हें बिना किसी आरोप के हिरासत में लिया गया है। स्वतंत्रता नहीं है, अगर हमें अपनी स्वतंत्रता को संरक्षित करना है तो हमें उनकी स्वतंत्रता के लिए लड़ना चाहिए।” जैसा कि मैंने कल रात 8 बजे आजादी की हवा में सांस ली, मेरी पहली सोच और प्रार्थना कश्मीर घाटी के 75 लाख लोगों के लिए थी जिन्हें 5 अगस्त 2019 से अपनी बुनियादी स्वतंत्रता से वंचित कर दिया गया है।

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