आंवला (बरेली)। अलीगंज पुलिस के दो दरोगाओं ने क्षेत्र के एक ग्राम प्रधान की कार में मादक पदार्थ रखकर वीडियो बनाई और उसे बंधक बना लिया। छोड़ने के नाम पर सात लाख रुपए वसूलकर उसे छोड़ा। पुलिस वालों के कारनामे से आक्राशित ग्रामीणों ने थाने में 8 घण्टे तक जमकर हंगामा किया। थाने पहुंचे एसपी देहात ने हालात देखते हुए कई थानों की फोर्स बुलवा ली। कार्रवाई का आश्वासन देकर लोगों को शांत कराया।
अलीगंज क्षेत्र के ग्राम ढकिया के प्रधान छत्रपाल ने थाने में बताया कि वह रविवार को दो बजे अपनी कार से मिलक बहादुरगंज थाना बिशारतगंज स्थित ननिहाल से लौट रहे थे। भीखमपुर के पास अलीगंज थाने के दरोगा नितिन शर्मा और मुकेश, सिपाही देवेन्द्र, धनंजय और एक होमगार्ड ने गाड़ी रोक ली। पुलिस ने मादक पदार्थ होने की बात कहकर चेकिंग शुरू कर दी मगर कार में उन्हें कुछ नहीं मिला। इसके बाद पुलिस उन्हें अलीगंज-सिरौली रोड पर जंगल की ओर ले गई। वहां खुद कार में मादक पदार्थ रखकर उसकी वीडियो बनाई। इसके बाद प्रधान को मादक पदार्थ की तस्करी में जेल भेजने की धमकी दी। इसके बाद थाने में आवास पर ले गए। जहां सात लाख रुपये देने का दबाव बनाया। प्रधान ने घर से सात लाख रुपये मंगवाकर दिये तब उसे शाम चार बजे छोड़ा गया।
इसके बाद अगले दिन प्रधान ने गांव के सैकड़ों लोगों के साथ थाने का घेराव कर जमकर हंगामा किया। सूचना पर एसपी देहात पहुंचे। उन्होंने हालात देखकर कई थानों की फोर्स बुलवा ली। इसके बावजूद करीब आठ घंटे तक हंगामा होता रहा। एसपी देहात ने किसी तरह कार्रवाई का आश्वासन देकर लोगों को शांत कराया। इसके बाद प्रधान ने पुलिस कर्मियों के खिलाफ तहरीर दी।
एसपी देहात डॉ. संसार सिंह ने बताया कि मामले की जांच की जा रही है। यदि पुलिस कर्मियों की गलती है तो उनके खिलाफ कार्रवाई जरूर की जाएगी।