नई दिल्ली। कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा ने इंडिया गेट पर धरना खत्म कर दिया है। वे कांग्रेस नेताओं के साथ करीब 4 बजे नागरिकता (संशोधन) कानून को लेकर जामिया मिलिया इस्लामिया (दिल्ली) और अलीगढ़ मुस्लिम यूनिवर्सिटी के छात्रों के विरोध प्रदर्शन के दौरान हुई पुलिसिया कार्रवाई के खिलाफ धरने पर बैठी थीं। पुलिस ने सुरक्षा कारणों के चलते प्रियंका से धरना खत्म करने को कहा था। इस दौरान कांग्रेस के वरिष्ठ नेता अहमद पटेल, गुलाम नबी आजाद, एके एंटनी, केसी वेणुगोपाल, एके एंटनी और पीएल पुनिया समेत पार्टी के तमाम बड़े नेता मौजूद रहे।
इस दौरान कांग्रेस महासचिव प्रियंका ने कहा कि नागरिकता कानून संविधान के खिलाफ है। छात्र, नौजवान देश की आत्मा हैं और छात्रों पर हमला देश की आत्मा पर हमले के समान है। विरोध करना उनका अधिकार है। मैं भी एक मां हूं। आपने उनकी लाइब्रेरी में प्रवेश किया, उन्हें बाहर निकाला और उनकी पिटाई की। यह अत्याचार है। उन्होंने कहा कि कांग्रेस में हर व्यक्ति इस अत्याचार के खिलाफ लड़ेगा और छात्रों के साथ खड़ा होगा।
विरोध प्रदर्शन के मद्देनजर डीएमआरसी ने ऐतिहयात बरतते हुए केंद्रीय सचिवालय, उद्योग भवन, पटेल चौक, जामिया यूनिवर्सिटी मेट्रो स्टेशनों को बंद कर दिया गया था। हालांकि, धरना खत्म होने के बाद केंद्रीय सचिवालय मेट्रो को खोल दिया गया है।
दिल्ली मध्य के पुलिस उपायुक्त मनदीप सिंह रंधावा के अनुसार, शनिवार को जामिया मिलिया इस्लामिया यूनिवर्सिटी में प्रदर्शनकारी छात्रों और पुलिस के बीच रविवार को हुए संघर्ष में 30 पुलिसकर्मी घायल हुए हैं। उन्होंने कहा कि इस दौरान लगभग 100 निजी वाहन क्षतिग्रस्त हुए हैं। इस दौरान 39 प्रदर्शनकारी घायल हुए हैं। उन्होंने बताया कि मामले की जांच अपराध शाखा को सौंप दी गई है।