भमोरा (बरेली)। दुष्कर्म के बाद लड़की को बेचने के मामले में भमोरा थाना पुलिस ने दो लोगों को पूछताछ के लिए उठा लिया। पीड़ित लड़की ने एक अरोपी को पहचान लिया है। पुलिस ने लड़की को मेडिकल के लिए भेजा है। साथ ही आरोपियों से पूछताछ की जा रही है। वहीं आरोपी ने अपने ऊपर लगाये गये आरोपों को निराधार बताया है।
बता दें कि क्षेत्र के एक गांव निवासी व्यक्ति ने दी तहरीर में बताया था कि उसकी 15 वर्षीय बेटी, जो कि कक्षा 8 की छात्रा है को किसी ने बीती 10 दिसम्बर को अगवा कर लिया था। 14 दिसम्बर को चंदौसी रेलवे पुलिस ने पुत्री को उसके पास होने की सूचना दी। रविवार दोपहर बेटी हमें मिली। बेटी ने बताया था कि उसे दो लोगों ने अगवा किया था। इसके बाद उसके साथ दुष्कर्म किया गया फिर उसे बेचने की बात सुनायी दी। वह किसी तरह भागकर पुलिस तक पहुंची।
थाना पुलिस ने पिता की तहरीर पर मुकदमा पंजीकृत कर जांच शुरू कर दी। इसी मामले में सुराग मिलने पर सोमवार को भमोरा पुलिस ने दो संदिग्धों को उठाया। इनमें से एक आरोपी रामेश्वर निवासी भोजपुर को पीड़िता ने पहचान कर बताया कि उसे अगवाकर यही लेकर गया था। बताते हैं कि आरोपी की गांव में छवि ठीक नही है। आरोपी की पहली पत्नी से दो बच्चे हैं जिससे तलाक हो चुका है। वहीं दूसरी पत्नी से भी एक बच्ची हैं। आरोपी अपने आप को बेकसूर बता रहा है।
दूसरा आरोपी धर्मेन्द्र पुत्र पोथीराम निवासी देवचरा जो ढाबा संचालक है। इसका आरोपी के साथ आना-जाना है। पुलिस दोनों से पूछताछ कर रही है। एसओ भमोरा श्याम सिंह ने बताया कि लड़की को मेडिकल के लिए भेजा है। आरोपियों से पूछताछ चल रही है।