अम्मान में भारतीय समुदाय के लोगों के साथ राष्ट्रपति प्रणव मुखर्जी।
अम्मान में भारतीय समुदाय के लोगों के साथ राष्ट्रपति प्रणव मुखर्जी।

अम्मान। फलस्तीन और इस्राइल की यात्रा से पहले राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी ने इस्राइल से संबंधों को मजबूत करने के साथ ही अरब जगत के साथ रिश्तों को बनाये रखने और उनका विस्तार करने की ‘‘दृढ़ प्रतिबद्धता’’ की पुष्टि की ।

कल फलस्तीन जाने वाले राष्ट्रपति ने आज यहां कहा, ‘‘इस्राइल के साथ हमारे द्विपक्षीय संबंध फलस्तीन के साथ हमारे रिश्तों से स्वतंत्र हैं ।’’ प्रणब मुखर्जी की इस्राइल की तीन दिवसीय यात्रा 13 अक्तूबर से शुरू हो रही है । भारत के किसी पहले राष्ट्राध्यक्ष की इस्राइल यात्रा इस देश के साथ रक्षा एवं अन्य क्षेत्रों में भारत के साथ बढ़ते रिश्तों का प्रतीक है।

जार्डन विश्वविद्यालय में डाक्टरेट की मानद उपाधि से सम्मानित किये जाने के बाद यहां के छात्रों एवं शिक्षकों को संबोधित करते हुए राष्ट्रपति ने कहा, ‘‘ अरब जगत के साथ रिश्तों को बनाये रखने और संबंधों का विस्तार करने के प्रति भारत की दृढ़ प्रतिबद्धता है । हमारे संबंध प्रचीन और स5यातागत हैं । भारत के विस्तारित पड़ोस का पश्चिम एशिया महत्वपूर्ण हिस्सा है और लाखों भारतीय यहां रहते और कार्य करते हैं ।’’ उन्होंने कहा, ‘‘इस्राइल के साथ संबंधों को मजबूत बनाते हुए फलस्तीन के विषय पर भारत का पारंपरिक समर्थन बना रहेगा और यह अप्रभावित रहेगा । ’’ प्रणब ने कहा कि भारत वार्ता के जरिये फलस्तीन मसले का समाधान चाहता है और वह ‘‘ सम्प्रभु, स्वतंत्र, व्यवहार्य और राजधानी के रूप में पूर्वी यरूशलम के साथ एकीकृत फलस्तीन का समर्थक है जिसकी सुरक्षित और मान्यता प्राप्त सीमाएं हों ।

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