लखनऊ। हिंदू समाज पार्टी के अध्यक्ष कमलेश तिवारी की हत्या के मामले में एसआईटी ने अदालत में आरोप पत्र दाखिल कर दिया है। इसमें 13 लोगों के नाम हैं जिन्हें हत्या और साजिश रचने का आरोपित बनाया गया है। मुख्य न्यायिक मजिस्ट्रेट (सीजेएम) मीरा गोठलवाल ने आरोप पत्र मंजूर करते हुए 4 जनवरी 2020 की तारीख दी है।
पुलिस ने अशफाक और मोइनुद्दीन को कमलेश तिवारी की हत्या का आरोपित बनाया है जबकि बाकी लोगों को साजिश रचने का आरोपित बनाया गया है। मुख्य आरोपित अशफाक और मोईनुद्दीन को गुजरात एटीएस ने गिरफ्तार किया था। जांच के बाद साजिशकर्ता गुजरात के सूरत निवासी रशीद अहमद पठान उर्फ राशिद, मौलाना मोहसिन शेख, फैजान यूनुस, इनके मददगार नागपुर के सैय्यद आसिम अली, बरेली के कैफी अली, वकील नावेद, कामरान, लखीमपुर के पलिया निवासी रईस और आसिफ को गिरफ्तार किया गया था। पुलिस की आरोप पत्र में इनके नाम भी शामिल हैं। इनके खिलाफ हत्या, आपराधिक साजिश रचने, साक्ष्य छिपाने, हत्यारोपितों को संरक्षण देने, जाली दस्तावेज बनाने, धोखाधड़ी, आर्म्स एक्ट और आईटी एक्ट के आरोप तय किए गए हैं।
लखनऊ के नाका के खुर्शीदबाग की तंग गलियों में रहने वाले हिंदू समाज पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष कमलेश तिवारी (50) की 18 अक्टूबर को दो बदमाशों ने बेरहमी से हत्या कर दी थी। दोनों बदमाश मिठाई के डिब्बे में पिस्टल और चाकू छिपाकर कमलेश के घर की पहली मंजिल पर स्थित दफ्तर पहुंचे थे। आरोपितों ने पहले कमलेश की गर्दन पर गोली मारी, फिर चाकू से ताबड़तोड़ वार करने के बाद गला रेत दिया था। पुलिस को मौके से एक पिस्टल और एक खोखा बरामद हुआ था।