लखनऊ। पूर्व प्रधानमंत्री भारत रत्न अटल बिहारी वाजपेयी की 95वीं जयंती पर बुधवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने उत्तर प्रदेश को अटल बिहारी चिकित्सा विश्वविद्यालय की सौगात दी। इससे पहले उन्होंने लोकभवन में अटल जी की 25 फुट ऊंची कांस्य प्रतिमा का अनावरण किया। इस अवसर पर प्रधानमंत्री ने कहा कि कुछ लोग नागरिकता संशोधन कानून (सीएए) के नाम पर गलत जानकारी देकर भड़का रहे हैं। ऐसे बयानों पर अफवाहों को सही मानकर हिंसा न करें।

प्रतिमा के अनावरण समारोह में राज्यपाल आनंदीबेन पटेल, मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ और रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह मौजूद रहे। 

अटल बिहारी वाजपेयी की यह प्रतिमा कांसे से बनी है और 25 फुट ऊंची व पांच टन वजनी है। इस प्रतिमा को जयपुर की एक कंपनी ने बनाया है और इसकी लागत 89 लाख रुपये है। यह प्रतिमा मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के निर्देश पर संस्कृति विभाग ने निर्मित करवाई है।

प्रतिमा अनावरण के बाद प्रधानमंत्री मोदी ने लोकभवन के प्रेक्षागृह में अटल बिहारी चिकित्सा विश्वविद्यालय का बटन दबाकर शिलान्यास किया। साथ ही प्रधानमंत्री अटल पेयजल मिशन योजना का शुभारंभ किया। अटल पेयजल मिशन योजना के तहत भूजल के प्रबंधन पर जोर दिए जाने का प्रावधान है। इसके तहत भूजल के एक-एक बूंद का इस्तेमाल किया जाना है। साथ ही भूजल का जितना शोधन होगा उसी अनुपात में उसके रिचार्ज की भी व्यवस्था का प्रावधान है।

इस अवसर पर अपने उद्बोधन में मोदी ने कहा, “मैं आग्रह करूंगा कि झूठे अफवाहों में आकर हिंसा करने वालों को, सरकारी संपत्ति को तोड़ने वालों को मैं बहुत आग्रह से कहना चाहूंगा कि बेहतर सड़क, बेहतर ट्रांसपोर्ट सिस्टम, उत्तम सीवर लाइन नागरिकों का हक है तो इसे सुरक्षित रखना और साफ-सुथरा रखना भी तो नागरिकों का दायित्व है।”

प्रधानमंत्री ने कहा कि यूपी में जिस तरह से कुछ लोगों ने विरोध प्रदर्शन के नाम पर हिंसा की, जिस तरह सरकारी संपत्ति को नुकसान पहुंचाया, वे अपने घर में बैठकर एक बार खुद से सवाल पूछें कि क्या उनका यह रास्ता सही था। जो कुछ बर्बाद किया गया क्या वह उनके बच्चों को काम आने वाला नहीं था?

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