सैन फ्रांसिस्को। इंटरनेट के माध्यम से हिलोरे ले रहे सूचना के अथाह संसार में क्या यूजर्स की गोपनीयता सुरक्षित है? यह सवाल एक बार पूरी शिद्दत से उठा है। दरअसल, फेसबुक यूजर्स के डाटा में सेंध और ट्विटर यूजर्स की गोपनीयता के मामलों की गूंज अभी ठंडी भी नहीं पड़ी थी कि माइक्रो ब्लॉगिंग प्लेटफार्म ट्विटर की सुरक्षा में सेंध का एक और मामला सामने आया है। एक शोधकर्ता ने ट्विटर के एक एंड्रायड एप में खामी के जरिये उससे करीब 1.7 करोड़ यूजर के फोन नंबर हासिल करने का दावा किया है। जिन लोगों के फोन नंबर हासिल किए गए हैं, उनमें कई दिग्गज राजनेता और अधिकारी बताए गए हैं।
प्रौद्योगिकी वेबसाइट टेकक्रंच के अनुसार, सुरक्षा मामलों के शोधकर्ता इब्राहिम बालिक ने पाया कि ट्विटर के कांटैक्ट अपलोड फीचर के जरिये फोन नंबर की पूरी सूची अपलोड हो सकती है। उन्होंने कहा, “अगर आप अपना फोन नंबर अपलोड करते हैं तो बदले में यह यूजर का पूरा डाटा ला देता है।” इस तरीके से प्रभावित होने वालों में ज्यादातर इजरायल, तुर्की, ईरान, ग्रीस, अमेरिका, फ्रांस और जर्मनी के यूजर बताए गए हैं। बालिक ने बताया कि वह गत दो माह से यूजर्स को सीधे अलर्ट कर रहे थे लेकिन जब ट्विटर को इसकी जानकारी हुई तो माइक्रो ब्लॉगिंग प्लेटफार्म ने उनके इस प्रयास को गत 20 दिसंबर को रोक दिया। बालिक ने यूजर्स को अलर्ट करने के लिए एक वाट्सएप ग्रुप बना रखा था।
ट्विटर ने दी एप अपडेट करने की सलाह
ट्विटर ने पिछले हफ्ते यह माना था कि उसके एक एप में बग है जिससे एंड्रायड यूजर्स के डाटा लीक हो सकते हैं। ट्विटर ने यूजर्स को एप अपडेट करने की सलाह दी थी। गत फरवरी में बड़ी संख्या में ट्विटर के एंड्रायड यूजर्स के निजी ट्वीट सार्वजनिक हो गए थे।