नई दिल्ली। अपने तीखे तेवरों के चलते अक्सर कांग्रेस के लिए मुसीबत खड़ी करते रहे भाजपा सांसद सुब्रह्मण्य स्वामी ने एक बार फिर कांग्रेस के नेतृत्व वाली संप्रग (यूपीए) सरकार पर गंभीर आरोप लगाया है। उन्होंने शुक्रवार को एक ट्वीट कर दावा किया कि मुंबई में वर्ष 2008 में हुए 26/11 हमले के पीछे यूपीए और पकिस्तान का हाथ था और इसमें कांग्रेस के चार शीर्ष नेता शामिल थे।
स्वामी ने ट्वीट किया, “अब पहली नजर में पर्याप्त ठोस जानकारी है जिसके द्वारा एक केस बनाने के लिए जांच आयोग बनाया जा सकता है कि 26/11 का मुंबई आतंकी हमला यूपीए और पाकिस्तान की सेना का संयुक्त उद्यम था जिसका मकसद हिंदुत्व को धक्का पहुंचाना था। इसमें चार शीर्ष कांग्रेसी नेता शामिल हैं, इसलिए आरोपित हैं। नमकहरामी!”
आतंकी कसाब की कलाई पर बंधा था कलावा
आपको याद होगा कि वर्ष 2008 में 26 नवबंर को समुद्री रास्ते से आए लश्कर-ए-तैयबा के 10 आतंकियों द्वारा किए गए हमले में 174 लोगों की मौत हुई थी। हमले में शामिल 9 आतंकियों को मार दिया गया था जबकि एक आतंकी अजमल कसाब को बाद में फांसी की सजा हुई थी। स्वामी की हिंदुत्व को बदनाम करने की थ्योरी को इस बात से भी बल मिलता है कि इस हमले में मारे गए कुछ आतंकवादियों और जिंदा पकड़े गए अजमल कसाब की कलाई पर कलावा बंधा हुआ था जो सनातन हिंदू पूजा विधान का एक महत्वपूर्ण हिस्सा है।
सुब्रह्मण्य स्वामी कांग्रेस और गांधी परिवार पर अक्सर तीखे हमले करते रहते हैं। सोनिया गांधी और राहुल गांधी को लेकर की गईं उनकी तीखी टिप्पणियां अक्सर चर्चा में रहती हैं। करोड़ों रुपयों के नेशनल हेराल्ड घोटाले में उन्होंने ही सोनिया और राहुल गांधी को अदालत में घसीटा था। मां-बेटा इस समय इस मामले में जमानत पर हैं।
पिछले महीने गांधी परिवार की एसपीजी सुरक्षा वापस लिए जाने के केंद्र सरकार के निर्णय का समर्थन करते हुए सुब्रह्मण्यम स्वामी ने कहा था कि इस पर आपत्ति जताने वाले कोर्ट में इसे चुनौती दे सकते हैं। उन्होंने कहा कि यूपीए कार्यकाल में भी कुछ नेताओं की सुरक्षा घटाई गई थी। स्वामी ने राज्यसभा में कहा था, “हमेशा से गृह मंत्रालय के अंतर्गत एक विशेष कमेटी होती है जो यह निर्णय लेती है और अगर इसमें किसी को कोई शक है तो वह कभी भी कोर्ट जा सकता है और इसे चुनौती दे सकता है।” मुंब