दुर्ग (छत्तीसगढ़)। सहकारी केंद्रीय बैंक का मुख्य कार्यकारी अधिकारी (सीईओ) करोडों का आसामी निकला। उसके बारे में मिलीं तमाम शिकायतों के बाद एन्टी करप्शन ब्यूरो (एसीबी) ने छापेमारी की तो जो काला सच सामने आया उसे देख अधिकारियों की आंखें फटी रह गईं। एसीबी ने आरोपित संतोष कुमार निवसरकर के पास से भारी संख्या में चल-अचल संपत्ति और आय से अधिक संपत्ति के दस्तावेजों को जब्त किया है। साथ ही कोर्ट के आगे की जांच के लिए तलाशी वारंट भी ले लिया है।
दरअसल,संतोष कुमार निवसरकर की कारगुजारी को लेकर एन्टी करप्शन ब्यूरो को गोपनीय सूचना मिली थी। इस मामले की जांच के लिए एसीबी रायपुर की टीम, अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक महेश्वर और विवेचक उप पुलिस अधीक्षक आरके दुबे के साथ करीब 20 से अधिक अधिकारी उसके घर दुर्ग पहुंचे जहां छापेमारी के दौरान अधिकारियों को बड़ी मात्रा में नगद, चल-अचल संपत्ति के दस्तावेज, कार, 1 किलो सोना, 1.5 किलो चांदी मिली। एसीबी की टीम के अनुसार, संतोष कुमार का दुर्ग स्थित मकान लगभग 4000 वर्गफीट पर बना हुआ है जिसकी कीमत एक करोड़ रुपये है। साकेत नगर, दुर्ग में भी उनका 4700 वर्गफीट में तीन मंजिला मकान है जिसकी कीमत 1,20,00,000 रुपये आंकी गई है। संतोष कुमार के पास लग्जरी रेनॉ डस्टर और स्विफ्ट कार हैं। उसके बैंक एकाउंट में भी 2,00,000 रुपये जमा पाए गए हैं। उसने करोड़ों रुपये का बीमा भी करवा रखा है।
संतोष कुमार के पास से बरामद हुई इस संपत्ति के बाद एसीबी ने उनके खिलाफ भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम की धारा 13 (1)बी, 13 (2) के तहत मामला दर्ज कर लिया है। साथ ही आगे की जांच के लिए कोर्ट से तलाशी वारंट भी ले लिया है। एसीबी के एक अधिकारी के अनुसार संतोष कुमार आगे की जांच में करोड़ों की बेनामी संपत्ति मिलने से इन्कार नहीं किया जा सकता।