कोलकाता। नागरिकता संशोधन कानून (सीएए) को लेकर देश में विभिन्न स्थानों पर चल रहे विरोध प्रदर्शनों के बीच प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी शनिवार को पश्चिम बंगाल के दो दिवसीय दौरे पर यहां पहुंचे। राज्य की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने उनसे राजभवन में मुलाकात की। इसके बाद वह राजभवन के पास धरने पर बैठ गईं। वह एनपीआर और एनआरसी का विरोध कर रही हैं। ममता ने कहा, “मैंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से कहा है कि भेदभाव न हो। बंगाल में एनपीआर-एनआरसी नहीं चाहिए। इसे वापस लिया जाना चाहिए।”
इससे पहले, एयरपोर्ट पर प्रधानमंत्री के स्वागत के लिए मुख्यमंत्री ममता बनर्जी नहीं पहुंचीं थीं। पश्चिम बंगाल के राज्यपाल जगदीप धनखड़ और ममता सरकार के मंत्री ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का स्वागत किया। कोलकाता के मेयर भी एयरपोर्ट पर स्वागत के लिए मौजूद थे। भाजपा के कई नेता भी एयरपोर्ट पहुंचे थे।
प्रधानमंत्री मोदी से मुलाकात के बाद ममता ने कहा कि उन्होंने कुछ वित्तीय मांगों के साथ प्रधानमंत्री से मुलाकात की। उन्होंने राज्य के हिस्से के 28 हजार करोड़ रुपये मांगे। प्रधानमंत्री के साथ सीएए, एनआरसी और एनपीआर के मुद्दे पर बात हुई और उन्होंने अपना विरोध दर्ज कराया।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के आज कोलकाता पहुंचने से पहले ही विपक्षी पार्टियों के नेता और कार्यकर्ता सड़कों पर उतर आए। तृणमूल कांग्रेस, वामदलों, कांग्रेस और कुछ छात्र संगठनों ने जगह-जगह प्रदर्शन किया।