नई दिल्ली। चीन में कोरोनावायरस (coronavirus) नाम के एक नए वायरस की पहचान की गई है। इस वायरस की वजह से भारत समेत पूरी दुनिया में खतरा मंडराने लगा है। चीन में लगभग 59 लोग इस खतरनाक वायरस से संक्रमित हो चुके हैं और अब यह पूरी दुनिया में फैलने लगा है। थाईलैंड में इस नए वायरस की वजह से एक व्यक्ति की मौत भी हो चुकी है। विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) ने पूरी दुनिया को अलर्ट जारी करते हुए कहा है कि ये बेहद घातक वायरस है जिससे आम लोगों की मौत तक हो सकती है। हालांकि WHO ने यह भी कहा है कि अभी दुनिया के विभिन्न लैब्स में इस नए वायरस की सघन जांच हो रही है। जांच रिपोर्ट के बाद ही इसके उपचार के बारे में बताया जाएगा।
क्या है ये नया वायरस
कोरोनावायरस नाम के इस संक्रमण को सार्स (SARS) वायरस परिवार का ही हिस्सा माना जा रहा है। पहली बार चीनी सरकार ने इसकी पुष्टि की है। चीनी प्राधिकरण ने हाल ही में एक बयान जारी करते हुए कहा है कि चीन के वूहान शहर में लगभग 59 ऐसे मामले आए हैं जिनमें एक नए वायरस का संक्रमण देखा गया है।
चीनी सूचना का मतलब समझिए
चीन की सरकार अपने किसी भी नकारात्मक खबर को जल्दी दुनिया के सामने नहीं लाती। लगभग 18 साल पहले सार्स संक्रमण बुरी तरह फैलने के बाद भी चीन सरकार इसके आंकड़े अन्य देशों के साथ साझा करने से कतराती रही। संक्रमण के पूरी दुनिया में फैलने के काफी समय बाद चीन सरकार ने स्वीकार किया था कि सार्स वायरस का संक्रमण चीन से ही फैला था। 2002-03 में सार्स संक्रमण की वजह से पूरी दुनिया में 700 से ज्यादा लोगों की मौत हुई थी। जानकारों का कहना है कि अगर समय रहते चीन सरकार ऐसे संक्रमण की जानकारी अन्य देशों से साझा कर देती तो पूरी दुनिया में सार्स वायरस से काफी लोगों की जान बच जाती।