लखनऊ। स्वतंत्र देव सिंह को शुक्रवार को भाजपा का निर्वाचित प्रदेश अध्यक्ष घोषित किया गया। उन्होंने गुरुवार को अपना नामांकन दाखिल किया था और उनके खिलाफ किसी ने भी दावेदारी नहीं की थी। भाजपा के राष्ट्रीय महासचिव और केंद्रीय पर्यवेक्षक भूपेंद्र यादव ने स्वतंत्र देव के निर्वाचन की घोषणा की।

प्रदेश की योगी आदित्यनाथ सरकार में कैबिनेट मंत्री रहे स्वतंत्र देव सिंह को भाजपा के शीर्ष नेतृत्व ने उत्तर प्रदेश भाजपा का अध्यक्ष मनोनीत किया था। भाजपा के संविधान के अनुसार मनोनीत अध्यक्ष का छह माह के अंदर विधिवत निर्वाचन अनिवार्य है।

भाजपा प्रदेश मुख्यालय में नवनिर्वाचित प्रदेश अध्यक्ष स्वतंत्र देव सिंह को केंद्रीय पर्यवेक्षक भूपेंद्र यादव ने प्रमाण पत्र दिया। उन्होंने कहा कि एक ही नामांकन पत्र दाखिल हुआ था। इसी कारण स्वतंत्र देव सिंह के नाम की घोषणा करता हूं। इससे पहले राष्ट्रीय परिषद के सदस्यों के मनोनयन का प्रस्ताव मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने रखा था। उपमुख्यमंत्री व पूर्व प्रदेश अध्यक्ष केशव प्रसाद मौर्य तथा रमापति राम त्रिपाठी ने योगी के प्रस्ताव का समर्थन किया।

इस अवसर पर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ और उप मुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य के साथ चुनाव अधिकारी कैबिनेट मंत्री आशुतोष टंडन ‘गोपाल’ तथा देवरिया के सांसद रमापति राम त्रिपाठी भी मौजूद थे। सभी ने एक स्वर से स्वतंत्र देव सिंह के कार्यकाल की सराहना करने के साथ ही ष्ट्रीय परिषद के सदस्यों के मनोनयन के लिए उनको ही अधिकृत किया।

आरएसएस एक पवित्र संगठन: स्वतंत्र देव सिंह

प्रदेश अध्यक्ष निर्वाचित होने के बाद भाजपा प्रदेश परिषद की पहली बैठक को संबोधित करते हुए स्वतंत्र देव सिंह ने कहा कि यह सुख का नहीं त्याग तपस्या का पद है । जहां बूथ अध्यक्ष का पसीना बहेगा, वहां मेरा खून बहेगा । मंडल अध्यक्ष का अपमान कतई बर्दाश्त नहीं होगा । उन्होंने कहा कि भाजपा में पद मिले न मिले लेकिन दायित्व बोध हमेशा बना रहता है, दायित्व बदलते भी रहते है। सपा, बसपा और कांग्रेस को अंगूठे से सर तक बेईमान बताने के साथ उन्होंने सोनिया गांधी पर भी हमला किया कि वह आरएसएस को आतंकवादी हिंदूवादी संगठन कहती हैं जबकि संघ एक पवित्र संगठन है जिससे संत-महात्मा निकलते हैं।

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