उत्तराखंड:’मेरा भोला है भंडारी, करता नंदी की सवारी’, भजन से सुर्खियों में आए सिंगर हंसराज रघुवंशी ने दोबारा शादी रचाई है। यह शादी उत्तराखंड के रुद्रप्रयाग स्थित त्रियुगीनारायण मंदिर में हुई।हंसराज रघुवंशी ने अपनी पत्नी कोमल सकलानी के साथ दूसरी बार विवाह किया। इस बार यह पवित्र आयोजन उत्तराखंड के प्रसिद्ध त्रियुगीनारायण मंदिर में हुआ। इस मंदिर का विशेष महत्व है, क्योंकि मान्यता है कि यहीं भगवान शिव और माता पार्वती का विवाह संपन्न हुआ था।
कोमल सकलानी ने इस विशेष क्षण की तस्वीरें साझा करते हुए लिखा, “त्रियुगीनारायण मंदिर वह स्थान है जहां भगवान शिव और मां पार्वती ने विवाह किया था। इस मंदिर में सदियों से अग्नि प्रज्वलित है, जो शिव-पार्वती के विवाह की साक्षी मानी जाती है। यहां सच्चे दिल से मांगी गई मन्नतें पूरी होती हैं। मेरी मन्नत भी पूरी हुई है।”
इस पुनर्विवाह के पीछे उद्देश्य उनकी आस्था और इस मंदिर की पवित्रता को और भी करीब से महसूस करना था। इस आयोजन ने उनकी शादी को और भी पवित्र और यादगार बना दिया। उनके इस कदम ने उनके प्रशंसकों और अनुयायियों को प्रेरित किया है, जो उनकी भक्ति और विश्वास से प्रभावित हैं।त्रियुगीनारायण मंदिर की, जो उत्तराखंड के रुद्रप्रयाग जिले में स्थित है। यह मंदिर भगवान शिव और पार्वती के विवाह स्थल के रूप में प्रसिद्ध है।
त्रियुगीनारायण मंदिर का नाम त्रियुगी नारायण से लिया गया है, जिसका अर्थ है “तीन युगों का भगवान”। यह मंदिर भगवान विष्णु को समर्पित है, लेकिन यह भगवान शिव और पार्वती के विवाह स्थल के रूप में भी प्रसिद्ध है।मंदिर के अनुसार, भगवान शिव और पार्वती का विवाह इसी स्थान पर हुआ था, और यह विवाह तीन युगों में हुआ था। इसलिए, इस मंदिर को त्रियुगीनारायण मंदिर कहा जाता है।