Dhantrayodashi 2022 :पंच दिवसीय दीपावली का पहला दिन धन त्रियोदशी से आरम्भ होता है। धन त्रयोदशी प्रदोष व्यापिनी कार्तिक कृष्ण पक्ष की त्रियोदशी के दिन मनायी जाती है।धनतेरस को धनत्रयोदशी के नाम से भी जाना जाता है। धनतेरस के दिन लोग मां लक्ष्मी के साथ ही कुबेर भगवान की भी पूजा करते हैं। इस दिन खरीदारी करना शुभ माना जाता है। वहीं ज्योतिष में मान्यता है कि इस पावन अवसर पर यदि राशि अनुसार खरीदारी करेंगे तो 13 गुना वृद्धि होगी।
धनत्रयोदशी पर अपनी राशि अनुसार करें खरीदारी:-
1़. मेष राशि:- चांदी के बर्तन एवं इलेक्ट्रानिक सामान खरीदना लाभदायक रहेगा।
- वृष राशि:– चमकीले वस्त्र चांदी अथवा ताबें के बर्तन खरीदना शुभ रहेगा।
- मिथुन राशि:- सोने के आभूषण, केसर, वाहन, खरीदना शुभ रहेगा।
- कर्क राशि:- चांदी के आभूषण सिक्के एवं घरेलू इलैक्ट्रिक सामान खरीदना शुभ रहेगा।
- सिंह राशि:- ताबें, कांसे के बर्तन,कपड़े एवं सोने की कोई चीज खरीदना शुभ रहेगा।
- कन्या राशि:- गणेश जी की मरगज की मूर्ति, चांदी का सामान अथवा रसोई का सामान खरीदना शुभ रहेगा।
- तुला राशि:- सौन्दर्य का सामान, चांदी के बर्तन, सिक्के या सोने का सामान, अथवा सजावटी सामान खरीदना शुभ फलदायक रहेगा।
- वृश्चिक राशि:– इलैक्ट्रॉनिक उपकरण सोने के आभूषण खरीदना शुभ रहेगा।
- धनु राशि:- सुघंधित सामान, सोने के सिक्के, आभूषण अथवा सोने का सामान खरीदना शुभ रहेगा।
- मकर राशि:– वाहन, कपड़े, चांदी के बर्तन, आभूषण खरीदना शुभ रहेगा।
- कुंभ राशि:- प्रसाधन के सामान, दो पहिया वाहन, सौन्दर्य प्रसाधन का सामान आदि।
- मीन राशि:- चांदी के सिक्के सोना, चांदी के बर्तन एवं इलैक्ट्रॉनिक उपकरण खरीदना लाभदायक रहेगा।
-धनतेरस पर यह न खरीदें:-
लोहा, चमड़े से बना हुआ सामान, तामसिक सामान, आदि।
-इस दिन यह कार्य न करें:-
अपने मित्र रिश्तेदारों को पटाखे, चमड़े का सामान, लोहे का सामान आदि गिफ्ट न करें।
धनत्रयोदशी के दिन निम्न बातों का ध्यान रखना चाहिए–
- इस दिन जरूरत वाली वस्तुओं पर ही धन खर्च करना चाहिए।
- इस दिन किसी को भी धन उधार नही दें और न ही धन उधार लें।
- इस दिन दोपहर में धातु के बर्तन एवं सोने चांदी इत्यदि आभूषण क्रय करना शुभ माना जाता है। मान्यता है कि इनके साथ ही घर में लक्ष्मीा का आगमन होता है।
-धनत्रयोदशी पर सांयकाल दीपक प्रज्वलित करें तथा पूरे घर में प्रकाश करें।
-रविवार को धन्वन्तरि पूजा मुहुर्त– प्रात: काल 07:40 बजे से 12:04 बजे तक। बर्तन एवं आभूषण क्रय मुहुर्त अपराह्न 1:28 बजे से 2:53 बजे तक एवं सांय काल 5:47 बजे से रात्रि 10:28 बजे तक यम दीप दान मुहुर्तसायं काल (प्रदोष काल )5:44 बज़े से 7:14 बजे तक प्रदोष काल वेला की निशा मुख में शुभ रहेगा। –कुबेर पूजन मुहुर्त– रात्रि काल 7:09 बजे से रात्रि 8:47 बजे।
ज्योतिषाचार्य पं राजीव शर्मा।
बालाजी ज्योतिष संस्थान,बरेली।