Bareillylive : श्री हरि मंदिर मॉडल टाउन बरेली में चल रही नौ दिवसीय श्री राम कथा में मर्मज्ञ पूज्य श्री पंडित बृजेश पाठक जी महाराज ने श्री राम कथा के दूसरे दिन अपने उद्दागर व्यक्त करते हुए कहा कि अनुकूल परिस्थितियों में धर्म का पालन करना सहज है पर व्यक्ति के धर्म, धैर्य और विवेक की परीक्षा तो प्रतिकूल परिस्थितियों में होती है। रामायण में माता कौशल्या ऐसी ही धरमपरायण एवं विवेकी महिला है जो कठिन परिस्थितियों में भी अपने धर्म पर अडिग रहती है। जिस समय वह सुनती है कि श्री राम जी वन जा रहे हैं तो माता व्याकुल हो जाती हैं, पर अब ये परीक्षा की घड़ी थी धर्म निष्ठा की और उनके विवेक की। एक ओर उनका धर्म और दूसरी और पुत्र का प्यार, अगर श्रीराम को रोकती हैं तो पति की अवहेलना होती है, और जाने देती हैं तो प्राण ही चले जा रहे हैं ,पर उस समय मां कौशल्या ने धर्म का पक्ष लिया और धैर्य रखकर कहा राम पिता की आज्ञा सभी धर्मो से ऊपर है, इसलिए तुम वन चले जाओ और यदि तुम्हारी माता केकई ने भी कहा है तब तो वन तुम्हारे लिए सैकड़ो अयोध्या के समान है। पारिवारिक प्रेम सदभाव और मर्यादा बनाए रखने के लिए वह कितना बड़ा कष्ट स्वीकार कर लेती है। कथा के अंत में मंदिर समिति सचिव रवि छाबड़ा जी ने बताया कि श्री राम कथा 9 जून तक प्रत्येक दिन 8 बजे से 9.30 बजे तक चलेगी। आज की कथा में मंदिर समिति अध्यक्ष सतीश खट्टर, उपाध्यक्ष सुशील अरोड़ा, संजय आनंद, गोविन्द तनेजा, विनोद भाटिया, विपिन पाहवा, कपिल साहनी, हरीश लुनियाल, श्रीमती रेनू छाबड़ा, कंचन अरोरा आदि मौजूद रहे।

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