Bareillylive : विवादित कथावाचक प्रदीप मिश्रा ने अपनी कथा के दौरान भगवान श्री चित्रगुप्त जी पर अभद्र टिप्पणी कर दी। जिसको लेकर पूरे देश का कायस्थ चित्रांश समाज भड़क गया है। बरेली में सभी कायस्थ संगठनों, उनके प्रमुखों, समाज के अग्रणीजनों ने एकसाथ इकट्ठा होकर कथावाचक का विरोध जताया तथा डीडी पुरम् के शहीद चौक पर प्रदीप मिश्रा का पुतला फूंका।प्रियदर्शनी नगर में डा. विकास वर्मा की ओर से एक विरोध सभा का आयोजन किया गया। जिसमें चित्रगुप्त पीठ के महामंडलेश्वर डा. शिवानंद महाराज जी, उद्यमी एवं पत्रकार डा. पवन सक्सेना, अंकुर किशोर सक्सेना, आईएमए अध्यक्ष डा. अतुल श्रीवास्तव, संजय सक्सेना, आलोक सक्सेना, आशीष सक्सेना, वेद प्रकाश कातिब समेत बड़ी संख्या में समाज के गणमान्यजन मौजूद रहे।इस अवसर पर वक्ताओं ने भगवान श्री चित्रगुप्त जी पर की गई अभद्र टिप्पणी पर रोष जताया तथा कहा कि भगवान श्री चित्रगुप्त जी समस्त सृष्टि के न्यायाधीश हैं। उनकी गरिमा व सम्मान पर की गई टिप्पणी समस्त धर्म और समाज पर चोट है। इस अवसर पर कथावाचक प्रदीप मिश्रा के खिलाफ जल्द ही मुकदमा दर्ज कराने व तीखा विरोध करने का फैसला किया गया।
महामंडलेश्वर डा. शिवानंद जी ने कहा कि कथावाचक प्रदीप मिश्रा की कथाओं का बहिष्कार किया जाये, समाज के लोग इनकी धर्म विरोधी कथाओं को सुनना देखना बंद कर दें। डा. विकास वर्मा ने कहा कि भगवान श्री चित्रगुप्त जी सभी के आराध्य हैं। उनका अपमान सम्पूर्ण समाज का अपमान है। डा. पवन सक्सेना ने कहा कि ऐसे धर्म विरोधी और भगवान श्री चित्रगुप्त जी पर अमर्यादित टिप्पणी कर समाज में दरार पैदा करने वाले के विरुद्ध एफआईआर दर्ज कराई जाये।
अंकुर किशोर सक्सेना ने कहा कि प्रदीप मिश्रा का विरोध सड़क पर होना चाहिए। इस लड़ाई को कड़ी कार्रवाई तक समाज लड़ेगा। आलोक सक्सेना ने कहा कि आस्था से खिलवाड़ बर्दाश्त नहीं किया जायेगा। संजय सक्सेना ने कहा कि ऐसे धर्म विरोधी कथावाचकों का पूर्ण बहिष्कार होना चाहिए। वह समाज में बंटवारे का काम कर रहे हैं। कायस्थ समाज में आक्रोश है।आक्रोशित लोगों ने इकट्ठा होकर डीडी पुरम् के शहीद चौक तक जुलूस निकाला तथा शहीद चौक पर प्रदीप मिश्रा का पुतला भी फूंका। इस अवसर पर घोषित किया गया कि कल मंगलवार को सुबह 11 बजे दामोदर स्वरूप पार्क पर इक्ट्ठा होकर डीएम को ज्ञापन दिया जायेगा।
इस अवसर पर वेद प्रकाश कातिब, डा. मनोज कुमार, उदित सक्सेना, शैलेन्द्र सक्सेना, शिवांग सक्सेना, सत्यम सक्सेना, अपुल श्रीवास्तव देवेन्द्र सक्सेना, परनीत सक्सेना, राहुल राय, शुभम् सक्सेना, अनुज कांत सक्सेना, धर्मेन्द्र सक्सेना, अश्वनी जौहरी, रश्मि प्रधान, श्याम दीप सक्सेना, आलोक प्रधान, राज बहादुर सक्सेना, धर्मेन्द्र सक्सेना, रविन्द्र सक्सेना, सुधांशु सक्सेना, धर्मेश सोना, योगेश सक्सेना, श्वेत सक्सेना समेत बड़ी संख्या में समाज के गणामन्यजनों ने भाग लिया।