Bareillylive : उत्तराखंड सांस्कृतिक समाज, राजेंद्र नगर, बरेली द्वारा आयोजित श्री रामलीला महोत्सव के कल प्रथम दिवस का उद्घाटन मुख्य अतिथि सुमित जोशी जी मुख्य प्रबंधक बैंक ऑफ बड़ौदा मेन ब्रांच बरेली तथा विशिष्ट अतिथि नीरज शर्मा जी द्वारा किया गया। इसके उपरान्त विभिन्न धार्मिक ग्रंथों से संकलित श्री राम के अवतरण के प्रसंगों का चित्रण किया गया। तत्पश्चात रावण एवं उनके दोनों भाइयों द्वारा तप एवं वरदान का प्रसंग हुआ। दशरथजी द्वारा पुत्रेष्ठि यज्ञ के पश्चात श्री राम, लक्ष्मण, भरत एवं शत्रुघ्न का जन्म दिखाया गया। कुछ समय पश्चात मुनि बिश्वामित्र जी दशरथजी के महल में आते हैं और श्री राम व लक्ष्मण को राक्षसों से यज्ञ की सुरक्षा हेतु अपने साथ ले जाते हैं। तब ताड़का राक्षसी एवं सुबाहु नाम के राक्षस का श्री राम द्वारा बध किया जाता है। तदुपरांत बिश्वामित्र जी श्री राम लक्ष्मण को साथ लेकर जनकपुरी को प्रस्थान करते हैं। रास्ते में उन्हें एक सूनसान जगह पर एक शिला दिखती है जो गौतम ऋषि की पत्नी अहिल्या की अभिषप्त शिला थी जिसे श्री राम अपनी चरण रज से तारण करते हैं और फिर जनकपुरी पहुंचते हैं जहां राजा जनक ने अपनी पुत्री जानकी के विवाह हेतु स्वयंबर रचा हुवा है। इस प्रकार प्रथम दिवस की रामलीला का मंचन किया गया।
इस अवसर पर अध्यक्ष आर.सी. पंत, महामंत्री एम. सी. पाठक, कोषाध्यक्ष हरिनंदन तिवारी, घनश्याम पाण्डे, गोपाल दत्त अमोला, राजेन्द्र पाठक, भुवन चंद्र जोशी, प्रकाश पाठक, विनोद कुमार जोशी, डी डी बेलवाल, उमेश तिवारी, फकीर चंद्र टम्टा, किशन पंत, गोपाल सिंह मेहरा, कैलाश चंद्र पंत, भैरव दत्त जोशी, त्रिलोक सिंह भाकुनी, डाक्टर हरीश भट्ट, डॉक्टर मनोज कांडपाल, वाई एस राना आदि उपस्थित रहे।