Bareillylive : श्री हरि मंदिर मॉडल टाउन बरेली में आज से नौ दिवसीय श्री राम कथा का शुभारंभ हुआ। श्री राम कथा मर्मज्ञ पूज्य श्री पंडित बृजेश पाठक जी महाराज ने श्री राम कथा के प्रथम दिवस पर अपने उदगार व्यक्त करते हुए कहा कि आज मानव के जीवन में एक अज्ञात असंतुष्टि, एक तृप्त न होने वाली भूख दिखाई देती है और इस भूख को दूसरे व्यक्ति नहीं मिटा पाते हैं क्योंकि वह तो एक तरह से स्वयं भूखे खड़े है। एक भिखारी दूसरे भिखारी को कैसे संतुष्ट कर सकता है, प्रभु के दरबार में सब याचक ही हैं, व्यक्ति की संतुष्टि तो भक्ति के द्वारा ही हो सकती है।
इस बात को रामायण में बड़े सुंदर ढंग से समझाया गया है। रामायण में वर्णन आता है कि अशोक वाटिका में जब हनुमान जी श्री सीता जी से मिले तो उन्होंने माता सीता से कहा कि मुझे बहुत जोर से भूख लगी है, माता सीता ने पूछा क्या रास्ते में तुम्हें खिलाने वाली कोई मां नहीं मिली। इस पर हनुमान जी ने कहा कि कई माताएं मिली, सबसे पहले सुरसा मिल गई समुंद्र में द्वार पर लंकनी मिल गई, सभी खाने वाली मिली खिलाने वाली कोई नही मिली, संतुष्ठ करने वाली तो तुम ही हो माता, जो अपने बालक की क्षुधा शांत कर सकती हो और फिर सीता माता ने आशिर्वाद दिया जिससे हनुमान जी संतुष्ट हो गए। संसार में जो मिलते है भूखे मिलते है, उनको एक भक्ति का आशीर्वाद ही तृप्त कर सकता है ।
कथा के अंत में मंदिर समिति सचिव रवि छाबड़ा जी ने बताया की श्री राम कथा 9 जून तक प्रत्येक दिन 8 बजे से 9.30 बजे तक चलेगी। आज की कथा में मंदिर समिति अध्यक्ष सतीश खट्टर, उपाध्यक्ष सुशील अरोड़ा, संजय आनंद, गोविन्द तनेजा, रंजन कुमार, विजय लूथरा, राम औतार लूथरा एवं महिला मंडल अध्यक्ष श्रीमती रेनू छाबड़ा, कंचन अरोरा, नेहा आनंद, नीलम लुनियाल, सीमा तनेजा आदि मौजूद रहे।