BareillyLive: हर वर्ष की भांति इस वर्ष भी होली के पर्व पर होने वाली विश्व की एकमात्र रामलीला के ऐतिहासिक महत्व को जानने के लिए स्वयं क्षेत्रीय पर्यटन अधिकारी ने रामलीला कमेटी के पदाधिकारियों के साथ भावी आयोजन को लेकर विस्तार से विचार विमर्श किया। क्षेत्रीय पर्यटन अधिकारी बृजपाल सिंह ने आज ब्रह्मपुरी रामलीला कमेटी के पदाधिकारियों के साथ बड़ी ब्रह्मपुरी स्थित रामलीला स्थल एवं नरसिंह मंदिर का निरीक्षण किया। इस अवसर पर रामलीला कमेटी के सदस्यों के द्वारा उन्हें रामलीला स्थल से लेकर निकलने वाली राजगद्दी के मार्ग के बारे में भी विस्तार से जानकारी उपलब्ध कराई गई।
बरेली के ब्रह्मपुरी (अपभ्रश बमनपुरी) में 28 फरवरी से प्रारंभ होने जा रही विश्व प्रसिद्ध ऐतिहासिक रामलीला स्थल के सर्वेक्षण के बाद रामलीला कमेटी के महामंत्री अंशु सक्सेना के निवास पर हुई बैठक में रामलीला के आयोजन से संबंधित और महत्वपूर्ण बिन्दुओं पर चर्चा की गई। जिसमें रामलीला कमेटी के अध्यक्ष सर्वेश रस्तोगी ने अभिनय करने बाहर से आने वाले रामलीला पात्रों के निवास व उनके अन्य व्यय के संदर्भ में भी पदाधिकारियों को बताया, युवा अध्यक्ष गौरव सक्सेना ने राम बारात के रास्ते में पड़ने वाली टूटी हुई सड़कों के सम्बन्ध में चिंता व्यक्त की और वरिष्ठ उपाध्यक्ष विशाल मेहरोत्रा ने रथों की स्थिति तथा पात्रों की वेशभूषा के संदर्भ में अपने विचारों से पर्यटन अधिकारी को अवगत कराया। बैठक में अन्य पदाधिकारियों व सदस्यों ने भी अपनी-अपनी राय प्रदर्शित की। बैठक के उपरांत पर्यटन अधिकारी ने शीघ्र ही सरकार द्वारा मदद का भरोसा रामलीला कमेटी के पदाधिकारियों को दिलाया।
पर्यटन अधिकारी के निरीक्षण के बाद युवा अध्यक्ष गौरव सक्सेना ने बताया कि हमनें निदेशक संस्कृति मंत्रालय उत्तर प्रदेश शासन को पत्र लिखकर रामलीला स्थल के सर्वेक्षण का अनुरोध किया था। जिसके फलस्वरुप बैठक में क्षेत्रीय पर्यटन अधिकारी स्वयं उपस्थित रहे और निरीक्षण भी किया। बैठक में अध्यक्ष सर्वेश रस्तोगी, वरिष्ठ उपाध्यक्ष अंशु सक्सेना, संजीव रस्तोगी, विवेक शर्मा, नीरज रस्तोगी, सुरेश कटिहा , राजू मिश्रा, शिवम रस्तोगी, राजकुमार गुप्ता, नवीन शर्मा, कौशिक टण्डन उपस्थित रहे।