बरेली। अपने शहर को स्मार्ट सिटी प्रोजेक्ट के तीसरे चरण में शामिल कर लिया गया है। यह फैसला शुक्रवार को लखनऊ में मुख्यमंत्री आदित्यनाथ योगी एवं मंत्री नगर विकास मंत्रालय भारत सरकार वेकैया नायडू के साथ प्रदेश के मंडलायुक्तों की बैठक में किया गया। इसके लिए बरेली के मण्डलायुक्त पी.वी.जगनमोहन ने बरेली शहर को स्मार्ट सिटी के तीसरे चरण में शामिल करने की जोरदार पैरवी की थी। उनकी इस पैरवी को मान लिया गया। यह बैठक केन्द्रीय फ्लैगशिप कार्यक्रमों को लेकर आयोजित की गयी थी। मण्डी समितियों में सब्जी और फल आदि के कचरे से मण्डी परिसर में जैविक खाद बनाने के उनके सुझाव को भी मुक्त कण्ठ से सराहा गया।
टेलीफोनिक वार्ता में कमिश्नर पीवी जगनमोहन ने बताया कि उन्हांेने बैठक में कृषि मंडी समितियों में बायोडिग्रिडेविल वेस्ट मैटेरियल जैसे- फल, सब्जी, फसलों के पत्ते, डंढल, भूसी आदि से मंडी मेें ही कम्पोस्ट खाद बनाने का सुझाव दिया। औसतन हर मंडी में एक टन तक बायोडिग्रिडेवल वेस्ट मैटोरियल हो जाता है। इसे मंडी परिसर में ही कम्पोस्ट खाद बनाने की व्यवस्था की जा सकती है। इस खाद को मंडी में आने वाले किसानों को सस्ती दर पर कम्पोस्ट जैविक खाद के रुप में वितरित की जाये।
किसान गाड़ियों, ट्राली, छोटे हाथी आदि वाहनों से अपना कृषि उत्पाद मंडी लायंे और जाते वक्त कम्पोस्ट जैविक खाद लेकर जायंे। इस कार्य से दो लाभ होंगे एक मंडियों में गन्दगी नहीं रहेगी दूसरा वेस्ट मैटेरियल कम्पोस्ट खाद के लिये एकत्रित कर लिया जायेगा। इससे मंडी साफ सुथरी दिखेगी तथा किसानों को बहुतायत में सस्ते दर पर जैविक खाद आसानी से उपलब्ध होगी जो उनके खेतों की उर्वराशक्ति बढ़ायेगी। कमिश्नर के सुझाव की मुख्यमंत्री एवं नगर विकास मंत्री भारत सरकार ने तारीफ की।