बरेली। रोजगार मेले में हिस्सा लेने को पहुंचे सैकडो बेरोजगारो ने दफ्तर पर हंगामा किया। प्लेसमेंट देने के नाम पर साक्षात्कार लेने पहुंची कम्पनी ने पहले तो रजिस्ट्रेशन के नाम पर 50 रूपये वसूले, फिर ट्रेनिंग के नाम पर पांच-पांच हजार रूपये देने को कहा इस पर बेराजगार विफर पड़े।
रोजगार दफ्तर पर बुघवार को बरेली की डा0 रेड्डी फाउण्ेशन की ओर से रोजगार मेले का आयोजन किया गया। आंध प्रदेश में कम्पनी का मुख्यालय होने का दावा कर रहे एरिया हेड मोहित कुमार व मैनेजर जसमीत सिंह ने बताया कि उनका पांच सौ कम्पनियों से टाइअप है। वे बेरोजगारो को नौकरी देने का काम करते है।
अभ्यर्थी का शैक्षिक योग्यता के हिसाब से वे रोजगार उपलब्ध कराते हंै। इसके लिए 50 रूपये रजिस्ट्रेशन फीस ली जा रही है। ट्रैनिंग के लिए तीन हजार रूपये से पांच हजार रूपये तक फीस ली जाती है। उसके बाद अभ्यर्थी को नौकरी उपलब्ध करा दी जाती है।
उधर अभ्यथी राजीव कुमार नें बताया कि 2009 में उसने रोजगार मेले में भाग लिया था। चयन होने पर उसने एक कम्पनी से 2009 में ट्रैनिंग की थी तब उसने 2000 रूपये ट्रेनिंग फीस भी दी थी, लेकिन आज तक उसकी नौकरी नहीं लग सकी है। अभ्यथियों का आरोप है कि रजिस्ट्रेशन फार्म पर कम्पनी ने एक कोचिंग संेंटर का विज्ञापन छाप रखा है, जो बेरोजगारो के साथ धोखा है।
जिला रोजगार दफ्तर की सहायक निदेशक आशा आर्य ने बताया कि उन्हें शासन से आदेश है कि हर साल 18 रोजगार मेले आयोजित होने हंै। सभी प्राइवेट कम्पनियों के ही मेले आयोजित होते है। सरकारी विभाग रोजगार मेले आयोजित नहीं करते हैं। ऐसे में प्राइवेट कम्पनियों पर पांबदी लगाना मुश्किल होता है।