आंवला (बरेली)। … जब तक पूरे न हों फेरे सात…तब तक दुल्हन नहीं दूल्हा की। हिन्दू समाज में विवाह का यही एकमात्र सत्य है। लेकिन योगी सरकार के कर्ता-धर्ता शायद इसे नहीं मानते। पहले आंवला और अब रामनगर में बिना फेरे डलवाये विवाह सम्पन्न करा दिये गये।गुरुवार को रामनगर ब्लाक के कार्यालय परिसर में ब्लाक प्रमुख श्रीपाल सिंह लोधी की मौजूदगी में मुख्यमंत्री सामूहिक विवाह योजना के तहत 11 जोड़ों का विवाह कराया गया। समारोह में एक मुस्लिम जोड़े का निकाह भी कराया गया। यहां मौजूद जोड़ों ने एक-दूसरे को वरमाला पहनायी और विवाह बंधन में बंध गये। इस दौरान मौजूद लोगों ने नवयुगलों को आशीर्वाद प्रदान किया।
प्रत्येक पात्र पर खर्च किए जाते हैं 35 हजार रुपये
बता दें कि इस योजना के तहत प्रत्येक पात्र पर 35 हजार रुपये खर्च किए जाते हैं। इसमें प्रत्येक पात्र को 20 हजार रुपये का चेक, 10 हजार रूपए का सामान दिया जाता है। साथ ही 5 हजार रुपये मंडप व भोजन इत्यादि पर खर्च किए जाते हैं।
सूत्रों की माने जो इस दौरान पंडित ने मंत्र तो पढे़ परन्तु किसी भी हिन्दू जोड़े के फेरे नहीं करवाए गये। इससे पहले भी हुए ऐसे सामूहिक विवाहों में फेरे नहीं पड़वाये जाने को लेकर विवाह कार्यक्रम चर्चा का विषय रहे हैं। इस दौरान कई बीडीसी सदस्य व ग्राम प्रधान भी मौजूद रहे।