बरेली। जाट रेजिमेन्टल सेन्टर से प्रशिक्षित 234 सैनिकों ने शनिवार को स्वयं को भारतीय सेना के लिए समर्पित किया। जाट सेण्टर के परेड ग्राउण्ड में पासिंग आउट परेड में इन सैनिकों ने देश की आन, बान और शान के लिए मर-मिटने की कसम खाई। बता दें कि सेना में भर्ती होकर 36 सप्ताह का कठोर सैन्य प्रशिक्षण पूरा करने के बाद युवा सैनिक बनता है।
मुख्य अतिथि जाट रेजिमेन्ट सेन्टर के कमाण्डेण्ट ब्रिगेडियर आशीष नाथ झा की उपस्थिति में रेजिमेन्ट के धर्मगुरु ने इन नए सैनिकों को कसम दिलाई। अपने सम्बोधन में ब्रिगेडियर झा ने कहा कि जाट रेजिमेन्टल सेन्टर में आपको जो ट्रेनिंग दी गई है, यूनिट में जाने के बाद उसे हमेशा अमल में लाना है। साथ ही कहा कि एक सैनिक की सिखलाई कभी भी खत्म नहीं होती है। जो जितनी अधिक मेहनत करेगा वह उतनी ही ऊंची बुलंदियों को छुयेगा। आप सभी को यह शपथ लेनी है कि प्रत्येक जवान अनुशासन में रहकर सेैनिक मूल्यों व सैन्य धर्म का पालन करेगा और हमेशा अपने देश और अपनी पलटन का नाम रेाशन करेगा।