सहकारी समिति के सचिव ने कहा- यहां नहीं है हमारा कार्यालय, न ही वाजिद नाम का कोई चौकीदार
@BareillyLive. बरेली के किला थाना क्षेत्र के कटघर स्थित श्री गंगा महारानी मंदिर को शुक्रवार सुबह कब्जा मुक्त करा लिया गया है। सहकारी समिति के कर्मचारी एवं भारी पुलिस फोर्स की उपस्थिति में परिसर को खाली कराया गया। कथित चौकीदार वाजिद अली ने मंदिर पर अवैध रूप से कब्जा कर रखा था। इतना ही नहीं मंदिर की मूर्तियों को भी वाजिद अली ने हटा दिया था। साथ ही परिसर पर इस्लामिक झण्डा फहरा दिया था। हिंदू संगठन शनिवार को मंदिर का शुद्धिकरण करके उसमें पूजा करेंगे।
फर्जी निकला चौकीदार वाजिद अली
साधन सहकारी समिति के सचिव विकास शर्मा ने बताया कि वाजिद अली नाम का हमारा कोई चौकीदार नहीं है। वैसे भी समिति का कार्यालय यहां से 2020 में ही स्थानान्तरित करा दिया गया था। इसीलिए आज हमने यहां लगा समिति का बोर्ड भी हटा दिया है। साथ ही समिति के बोर्ड की आड़ में यहां रहने वाले वाजिद अली को भी नोटिस जारी किया है।
श्री गंगा महारानी मंदिर में पिछले 40 सालों से अवैध रूप से चौकीदार वाहिद अली अपने परिवार के साथ रह रहा था। मन्दिर को चौकीदार से कब्जामुक्त करवाकर परिसर को खाली करा लिया गया। सहकारिता विभाग के सचिव विकास शर्मा ने कहा कि वाजिद अली हमारे यहां तैनात नहीं है। वो अवैध रूप से यहां पर रह रहा था। उन्होंने बताया पहले भी कि इससे कई बार यहां से हटने को कहा था।
बता दें कि बीते कई दशकों से श्री गंगा महारानी मंदिर पर दौली रघुवर दयाल साधन सहकारी समिति लिमिटेड का ऑफिस था। और यहां पर लंबे समय तक खाद रखी जाती रही थी। लेकिन पिछले 4 साल से सरकारी भवन बनने के बाद यहां से ऑफिस को हटा दिया गया था।
इस्लामिक झण्डा हटाकर लहराया मन्दिर का ध्वज
ढाई सौ साल प्राचीन ऐतिहासिक श्री गंगा महारानी मंदिर पर लगे इस्लामी झंडे को भी हिंदू संगठनों ने हटा दिया। उसकी जगह पर भगवा ध्वज लगा दिया गया। वहीं सीओ सिटी फर्स्ट पंकज श्रीवास्तव, सीओ सेकेंड संदीप सिंह और तीन थानों की पुलिस को तैनात किया गया है। इसके साथ ही प्रशासनिक अधिकारी भी मौके पर मौजूद रहे। वहां जुटी भीड़ को पुलिस ने हटा दिया है। हिंदू संगठन शनिवार को मंदिर का शुद्धिकरण करके उसमें पूजा करेंगे।
हिंदू संगठन बोले- शनिवार को करेंगे मंदिर का शुद्धिकरण
मौके पर पहुंचे विश्व हिंदू परिषद, नाथ नगरी सुरक्षा समिति, अखण्ड भारत गौरव ट्रस्ट, हिंदू जागरण मंच के नेताओं ने कहा कि अवैध रूप से रह रहे वाजिद अली को मंदिर से हटाया जा रहा है। शनिवार को मंदिर का गंगाजल से शुद्धिकरण करवाया जाएगा। उसके बाद मंदिर में सुंदरकाण्ड का पाठ किया जाएगा। वहीं हिंदू संगठन के नेताओं ने मंदिर पर लगे इस्लामी झंडे को भी हटा दिया और वहां पर भगवा झंडे को लगा दिया गया है।
बता दें कि इस मामले की शिकायत मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से लेकर जिला प्रशासन से की गई थी। बरेली लाइव ने इस खबर को प्रमुखता से दिखाया था। इसके बाद गुरुवार को पुलिस प्रशासन के वरिष्ठ अधिकारी मौके पर जांच करने पहुंचे।
ढाई सौ साल प्राचीन है श्री गंगा महारानी का मंदिर
मंदिर के वंशज राकेश सिंह ने बताया कि यह बहुत ही प्राचीन मंदिर है। यहां पर दूधिया रंग का शिवलिंग हुआ करता था, और पूरा शिव परिवार था। मंदिर में श्री गंगा महारानी की मूर्ति थी और मंदिर के बाहर दो कुएं भी स्थापित थे। इसके अलावा यहां पर चांदी की मूर्तियां भी थी। लेकिन वाजिद अली ने सभी प्रतिमाओं को हटा दिया है, और मंदिर का नामोनिशान मिटाने की पूरी कोशिश की गई है।