फरीदपुर (बरेली)। तहसील बार एसोसिएशन ने कहा है कि जब तक नवीन तहसील भवन में अधिवक्ताओं को चेंबर नहीं दिए जाते तब तक तहसील का स्थानांतरण नहीं होने दिया जाएगा। एसोसिएशन की बैठक में इसे लेकर सर्वसम्मति से प्रस्ताव पारित किया गया। तहसील बार एसोसिएशन की शुक्रवार को हुई आपात बैठक में अधिवक्ताओं ने कहा कि राजस्व नियमावली के अंतर्गत अधिवक्ता और तहसील का आपसी रिश्ता है। इसको लेकर अधिवक्ताओं ने चेतावनी दी कि तहसील परिसर के अंदर अधिवक्ताओं को चेंबर दिए जाएं। ऐसा नहीं किया जाता है तो तहसील बार एसोसिएशन आर-पार की लड़ाई लड़ेगी जिसकी जिम्मेदारी स्थानीय प्रशासन की होगी।
गौरतलब है कि पूर्व में उप जिलाधिकारी के पद पर आए आईएएस प्रशांत शर्मा ने अधिवक्ताओं से कहा था कि उनको नवीन तहसील परिसर में ही चेंबर दिए जाएंगे। जानकारी के अनुसार उप जिलाधिकारी ने तहसील बार एसोसिएशन से यह जाना कि नवीन तहसील भवन में कब से कार्य किया जाए। इसी बात को लेकर अधिवक्ताओं ने आपात बैठक में निर्णय लिये।
एसोसिएशन के अध्यक्ष रविंद्र सिंह राठौर, महासचिव चंद्रजीत मिश्रा, संयुक्त सचिव अमित कुमार सिंह तोमर सहित अन्य अधिवक्ताओं ने एक स्वर में तहसील परिसर के अंदर चेंबर दिए जाने का प्रस्ताव पास किया। बैठक में प्रमुख रूप से राम बहादुर सिंह, शाहिद हुसैन, के पी सिंह, राजेश सिंघल, अरुण तोमर, अशोक पांडे, विजय पाल सिंह यादव, दिनेश बाबू शर्मा, एस डी आर्य, सैयद अतहर अली, मुकेश बाबू सक्सेना, मोहर पाल मौर्य, वीरपाल सिंह पाल, रामानंद पांडे, नरेश चंद्र शर्मा, धर्मेंद्र सहाय सक्सेना, महेंद्र पाल गंगवार, सचिन गुप्ता, मुनेंद्र पांडे, संजय सक्सेना, प्रवेश त्रिवेदी, सत्येंद्र सक्सेना, कौशल जौहरी, मोहर पाल, राजेंद्र पाल, रमेश चंद्र पाठक आदि ने विचार रखे। संचालन महासचिव चंद्रजीत मिश्रा ने किया।
फरीदपुर से अमित तोमर की रिपोर्ट